सारण: जयप्रकाश महिला महाविद्यालय में 11 अक्टूबर को लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. मधु प्रभा सिंह की अध्यक्षता में इस गोष्ठी का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया.
कार्यक्रम का शुभारंभ लोकनायक की प्रतिमा पर पुष्पांजलि देकर किया गया. इस अवसर पर प्राचार्या डॉ. मधु प्रभा सिंह ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण को याद करते हुए कहा कि उनके विचारों ने युवाओं को ही नहीं पूरे जनमानस को आंदोलित किया. जयप्रकाश नारायण का व्यक्तित्व और जीवन अनुकरणीय होने के साथ-साथ आज के युवाओं और समाज में एक सकारात्मक सोच से भर देता है.
राजनीति ही नहीं कई क्षेत्रों में क्रांति लाना चाहते थे जेपी
महाविद्यालय की प्राचार्या ने कहा लोकनायक ने हमेशा सभी को मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया. वे केवल राजनीति में ही क्रांति नहीं चाहते थे बल्कि उन्होंने सामाजिक, आर्थिक, बौद्धिक, सांस्कृतिक सभी क्षेत्रों में बदलाव को लेकर लगातार काम किया. लोकनायक चाहते थे कि समाज से भ्रष्टाचार हमेशा के लिए खत्म हो जाए. सभी वर्ग खुशी से जीवन-यापन कर सकें और अंत्योदय की स्थापना भारतीय समाज में हो सके. उन्होंने चम्बल के डाकुओं का ह्रदय परिवर्तन कर उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ा.
कई लोगों ने रखे अपने विचार
इस विचार गोष्ठी में महाविद्यालय की ही राजनीति विभाग की डॉ. शबाना परवीन मल्लिक, डॉ. सोनाली सिंह, डॉ. रिंकी कुमारी, इतिहास विभाग की डॉ. शिखा सिन्हा ने लोकनायक पर अपने विचार रखे. वहीं उर्दू विभाग की अलीना मल्लिक ने भी लोकनायक जयप्रकाश नारायण के व्यक्तित्व और जीवन पर प्रकाश डालते हुए लोकनायक के जीवन को अनुकरणीय बताया.विचार गोष्ठी में सम्मिलित रहने वाले शिक्षकगण में डॉ. अंबिका श्रीवास्तव, डॉ. शिवकांत तिवारी, डॉ. अर्चना कुमारी, चंचल कुमारी, मुंग्धा पांडे, नम्रता कुमारी, डॉ कुमारी नीतू सिंह, डॉ. अमरेंद्र कुमार सिंह, डॉ. बबीता बर्धन, डॉ चंदन कुमार, सनोज और सभी शिक्षेत्तर कर्मचारीगण उपस्थित होकर इस कार्यक्रम को सफल बनाया.