सारण: दशहरा के अवसर पर मां दुर्गा की स्थापना के लिए जिले में भव्य और विराट पंडाल बनाने की परंपरा रही है. दशहरा में शहर से गांव तक ऊंचे, भव्य और आकर्षक पंडाल बनाए जाते हैं.
जलालपुर प्रखंड के फुटानी बाजार गम्हरिया गांव के नवयुवक दुर्गा पूजा समिति का इतिहास बहुत पुराना तो नहीं लेकिन समिति ने पिछले दो वर्षों से पूजा पंडाल निर्माण के प्रति अपने हौसले के कारण जिलेभर में विशिष्ट पहचान बना ली है. शायद यही कारण है कि गोपालगंज, सिवान के अलावा दूर-दराज के श्रद्धालुओं की भीड़ फुटानी बाजार स्थित पूजा पंडाल देखने के लिए उमड़ पड़ती है.
'विराट मगरमच्छ वाले पंडाल का निर्माण'
नवयुवक दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष छोटेलाल कुमार सुमन ने बताया कि गम्हरिया कला स्थित फुटानी बाजार पर हर साल की तरह समिति की ओर से विशाल पंडाल का निर्माण किया जा रहा है. पूजा समिति ने पंडाल को आकर्षक बनाने की योजना बनाई है. इस बार विराट मगरमच्छ वाले पंडाल का निर्माण भक्तगण कर रहे हैं. इस वर्ष मां मगरमच्छ वाले पंडाल में स्थापित होंगी.
चार महीने से हो रहा है निर्माण
पंडाल को बनाने में बंगाल से मंगाये गए जुट, सीमेंट, हजारों की संख्या में बांस, पुआल, रस्सी के साथ ही 25 मजदूर लगभग चार महीनों से निर्माण कार्य में लगे हुए हैं. तालाब के समीप बन रहे मगरमच्छ की लंबाई 260 फीट, ऊंचाई 80 से 120 फीट और चौड़ाई 40 से 60 फीट है. बता दें कि पिछले साल भी दुर्गापूजा के अवसर पर भव्य पूजा पंडाल का निर्माण किया गया था. जिसे देखने के लिए दूर-दराज के श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी हुई थी.