सारण: बिहार के छपरा में 75वे स्वतंत्रतता दिवस के मौके पर कांग्रेस नेताओं के द्वारा 75 किमी की पदयात्रा निकाली गई (75 km padyatra taken out by Congress In Chapra), जो प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित गिरीश मिश्र के गांव मांझी बरेजा से शुरू हुआ. यह पदायात्रा जिले के विभिन्न भागों से होता हुआ छपरा पहुंचा. जहां कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और नेताओं की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इसी दौरान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष और एक कार्यकर्ता आपस में उलझ गये.
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पदयात्रा के दौरान उलझे कांग्रेसी नेता: शहर से होते हुए पद यात्रा दरोगा राय चौक पर पहुंची. जहां कार्यकर्ताओं ने दरोगा बाबू की मूर्ति पर माल्यार्पण किया. उसके बाद मौलाना मजहरूल हक, बाबा साहेब अंबेडकर और नेहरू जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. वहां से निकलने के बाद शहर के विभिन्न चौक-चौराहों से होकर पदयात्रा नगरपालिका चौक स्थित राजेंद्र प्रसाद के स्मारक पर जाकर समाप्त हुई.
आपस में भिड़े कांग्रेस के नेता: कांग्रेस के नेताओं के द्वारा राजेंद्र बाबू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जा रहा था. उसी दौरान कांग्रेस नेता सुभाष राय उर्फ झड़ीमन राय मीडिया से बात करना चाहा तो जिला अध्यक्ष कामेश्वर सिंह के द्वारा उन पर काफी आक्रोश जताया गया. जिसके बाद दोनों में कहासुनी हो गई और देखते ही देखते दोनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला.
मारपीट की आई नौबत: मौके पर मौजूद लोगों ने बीच-बचाव करने की काफी कोशिश की लेकिन दोनों नहीं माने और काफी देर तक दोनों झगड़ते रहे. मामला बढ़ते देख स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने बीच-बचाव करते हुए दोनों को अलग किया, नहीं तो मामला मारपीट तक पहुंच जाती. कांग्रेस नेता सुभाष राय ने जिला अध्यक्ष कामेश्वर सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कामेश्वर सिंह अपने आगे किसी की नहीं सुनते है और अपनी मनमानी करते हैं.
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