ETV Bharat / state

आर्केस्ट्रा को लेकर आपस में भिड़े बाराती-सराती पक्ष, मान मनौवल के बाद अगले दिन हुई मंदिर में शादी

सारण के एक गांव में शादी के दौरान ऐसा हंगामा (Ruckus During Marriage In chapra) हुआ कि दूल्हा बिना शादी किए घर वापस लौट गया. बाद में लड़के वालों को समझा बुझाकर दूसरे दिन शादी कराई गई. पढ़ें पूरी खबर...

मंदिर में शादी
मंदिर में शादी
author img

By

Published : May 5, 2022, 2:12 PM IST

सारणः बिहार के सारण में बीती रात मांझी थाना क्षेत्र (Manjhi police station) के गढ़ बाजार में एक शादी के दौरान हंगामा हो गया. दरअसल बरात के साथ आई नर्तकी को इनाम देने की होड़ में बाराती और सराती (Clash In Marriage Over Orchestra In chapra) आपस में भिड़ गए और जमकर मारपीट हुई. इस दौरान दोनों पक्षों के करीब आधा दर्जन लोग चोटिल हो गए. वहीं, हालात को बेकाबू होता देख दूल्हा और बाराती बिना शादी संपन्न हुए वापस लौट गए. बाद में गांव के लोगों ने लड़के वालों को समझा बुझाकर दूसरे दिन मंदिर में शादी कराई.

ये भी पढ़ें- कैमूरः प्रेमी ने शादी से किया इंकार तो थाने पहुंची प्रेमिका, वहीं सजा मंडप, पुलिस वाले बने बाराती

जानकारी के अनुसार विश्वकर्मा महतो की पुत्री से शादी ताजपुर के फुलवरिया निवासी विजय महतो के पुत्र रमेश कुमार के साथ तय हुई थी. शादी के दिन लड़की के घर बैंड बाजे के साथ सज धज कर बारात आई. बाराती और सराती दोनों ही जनवासे में आर्केष्ट्रा का लुत्फ उठाने में मशगूल हो गए. तभी देर रात नर्तकी को पैसे देने के विवाद में अचानक मारपीट शुरू हो गई. जिससे वहां काफी अफरा तफरी मच गई और बारात वापस लौट गई. इससे पहले द्वार पूजा, जयमाला और कन्या निरीक्षण की रस्म सकुशल पूरी हो चुकी थी. लेकिन सिंदूर दान की रस्म बाकी रह गई.

ये भी पढ़ेंः रब ने बना दी जोड़ी: 36 इंच का दूल्हा - 34 इंच की दुल्हन, सेल्फी लेने के लिए मची होड़

हंगामे के बाद बारात तो लौट गई, लेकिन लड़की पक्ष के लोगों द्वारा बारातियों के मान मनौवल का प्रयास जारी रहा. बावजूद इसके सफलता नहीं मिली. शादी की रस्म पूरी नहीं हो पाने से वधु पक्ष के लोग परेशान हो गए. इसके बाद ताजपुर निवासी मांझी के उप प्रमुख रामकृष्ण सिंह के दरवाजे पर दोनों पक्षों के दर्जनों लोगों की मौजूदगी में पंचायत बैठाई गई. पंचायती में वर पक्ष ने वधु पक्ष के दरवाजे पर दोबारा शादी के लिए जाने से साफ साफ इंकार कर दिया और अपने गांव की मंदिर में ही सिंदूर दान की रस्म पूरी करने पर सहमति जताई.

वहीं, वर पक्ष द्वारा ये शर्त रखे जाने के बाद दुल्हन अपने दर्जनों नाते रिश्तेदारों के साथ गाड़ी पर सवार होकर अपने होने वाले ससुराल स्थित मंदिर परिसर पहुंच गई. इसके बाद कई गणमान्य लोगों की मौजूदगी में अगले दिन ताजपुर शिव मन्दिर परिसर में दूल्हा दुल्हन ने अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए. फिर दोनों हंसी खुशी घर के लिए विदा हुए. इस मौके पर मांझी पश्चिमी पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि राहुल गुप्ता, समाजसेवी कृष्णा सिंह, पहलवान सत्या सिंह, प्रभु जी प्रसाद विजय प्रसाद, श्री राम सिंह और पिंटु ओझा समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP


सारणः बिहार के सारण में बीती रात मांझी थाना क्षेत्र (Manjhi police station) के गढ़ बाजार में एक शादी के दौरान हंगामा हो गया. दरअसल बरात के साथ आई नर्तकी को इनाम देने की होड़ में बाराती और सराती (Clash In Marriage Over Orchestra In chapra) आपस में भिड़ गए और जमकर मारपीट हुई. इस दौरान दोनों पक्षों के करीब आधा दर्जन लोग चोटिल हो गए. वहीं, हालात को बेकाबू होता देख दूल्हा और बाराती बिना शादी संपन्न हुए वापस लौट गए. बाद में गांव के लोगों ने लड़के वालों को समझा बुझाकर दूसरे दिन मंदिर में शादी कराई.

ये भी पढ़ें- कैमूरः प्रेमी ने शादी से किया इंकार तो थाने पहुंची प्रेमिका, वहीं सजा मंडप, पुलिस वाले बने बाराती

जानकारी के अनुसार विश्वकर्मा महतो की पुत्री से शादी ताजपुर के फुलवरिया निवासी विजय महतो के पुत्र रमेश कुमार के साथ तय हुई थी. शादी के दिन लड़की के घर बैंड बाजे के साथ सज धज कर बारात आई. बाराती और सराती दोनों ही जनवासे में आर्केष्ट्रा का लुत्फ उठाने में मशगूल हो गए. तभी देर रात नर्तकी को पैसे देने के विवाद में अचानक मारपीट शुरू हो गई. जिससे वहां काफी अफरा तफरी मच गई और बारात वापस लौट गई. इससे पहले द्वार पूजा, जयमाला और कन्या निरीक्षण की रस्म सकुशल पूरी हो चुकी थी. लेकिन सिंदूर दान की रस्म बाकी रह गई.

ये भी पढ़ेंः रब ने बना दी जोड़ी: 36 इंच का दूल्हा - 34 इंच की दुल्हन, सेल्फी लेने के लिए मची होड़

हंगामे के बाद बारात तो लौट गई, लेकिन लड़की पक्ष के लोगों द्वारा बारातियों के मान मनौवल का प्रयास जारी रहा. बावजूद इसके सफलता नहीं मिली. शादी की रस्म पूरी नहीं हो पाने से वधु पक्ष के लोग परेशान हो गए. इसके बाद ताजपुर निवासी मांझी के उप प्रमुख रामकृष्ण सिंह के दरवाजे पर दोनों पक्षों के दर्जनों लोगों की मौजूदगी में पंचायत बैठाई गई. पंचायती में वर पक्ष ने वधु पक्ष के दरवाजे पर दोबारा शादी के लिए जाने से साफ साफ इंकार कर दिया और अपने गांव की मंदिर में ही सिंदूर दान की रस्म पूरी करने पर सहमति जताई.

वहीं, वर पक्ष द्वारा ये शर्त रखे जाने के बाद दुल्हन अपने दर्जनों नाते रिश्तेदारों के साथ गाड़ी पर सवार होकर अपने होने वाले ससुराल स्थित मंदिर परिसर पहुंच गई. इसके बाद कई गणमान्य लोगों की मौजूदगी में अगले दिन ताजपुर शिव मन्दिर परिसर में दूल्हा दुल्हन ने अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए. फिर दोनों हंसी खुशी घर के लिए विदा हुए. इस मौके पर मांझी पश्चिमी पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि राहुल गुप्ता, समाजसेवी कृष्णा सिंह, पहलवान सत्या सिंह, प्रभु जी प्रसाद विजय प्रसाद, श्री राम सिंह और पिंटु ओझा समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP


ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.