छपरा: बिहार के सुदर्शन पटनायक के रूप में मशहूर सैंड आर्टिस्ट अशोक कुमार को हाथों का जादू देख अच्छे-अच्छे दंग रह जाते हैं. बालू पर कलाकृति बनाने की कला को लोग दूर-दूर से देखने आते हैं. लोगों का मानना है कि अगर एक साथ सुदर्शन पटनायक और आर्टिस्ट अशोक कुमार की कलाकृति को प्रदर्शित किया जाए तो, पहचानना मुश्किल हो जाएगा कि किसने कौन सी कलाकृति बालू में उकेरी है.
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अशोक ने बालू से बनाई भगवान शिव की कलाकृति: अशोक कुमार ने महाशिवरात्रि के मौके पर बालू में भगवान की ऐसी कलाकृति बना डाली जिसकी एक झलक पाने और अपने कैमरे में तस्वीरें कैद करने के लिए लोग दूर दूर से पहुंचे. महाशिवरात्रि के अवसर पर छपरा के सरयू नदी के किनारे बालू से भगवान भोलेनाथ की आकर्षक कलाकृति बनाई गई. लगभग 6 घंटे की कठिन मेहनत के बाद यह आकर्षक कलाकृति बनकर तैयार की गई है. अशोक अपने हुनर से बालू से एक से बढ़कर एक आकर्षक कलाकृति बनाते हैं.
दूर-दूर से देखने पहुंचे लोग: अशोक का बचपन का शौक रहा है जो अब धीरे-धीरे एक कलाकार के रूप में तब्दील हो रहा है. उनके हाथों ने एक से एक बढ़कर कलाकृतियों को बनाया है. गौरतलब है कि बिहार के सुदर्शन पटनायक के रूप में विख्यात सारण के अशोक सैंड आर्टिस्ट हैं. अशोक एक उम्दा कलाकार भी हैं. इसके साथ ही अशोक बच्चों को पेंटिंग और मूर्ति बनाना भी सिखाते हैं. इसके साथ ही अशोक कुमार कला पंक्ति नाम का एक विद्यालय भी चलाते हैं जिसमें बच्चों को बालू से प्रतिमा बनाने की कला सिखाते हैं.
अशोक की खासियत जान हो जाएंगे हैरान: अशोक की एक खासियत और भी है वह एक अच्छे तैराक और गोताखोर माने जाते हैं. कई मौकों पर जिला प्रशासन उनकी मदद लेता है. इसके साथ ही 15 अगस्त व 26 जनवरी को 50 मीटर लंबा तिरंगा नदी के तेज धार में फहराने का भी कार्य भी कलाकार अशोक करते हैं.