छपरा: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव (Bihar Health Minister Tejashwi Yadav) के द्वारा 60 दिनों के भीतर अस्पतालों की दशा और दिशा बदल देने की बात कही जा रही है लेकिन छपरा का सदर अस्पताल (Chapra Sadar Hospita) लगातार अपनी खराब व्यवस्था के कारण सुर्खियों में हैं. हाल ही में छपरा के सदर अस्पताल से नर्सों द्वारा युवकों की पिटाई (youths thrashed by nurses in Chapra Sadar Hospital) का मामला सामने आया था. वहीं आज अस्पताल के एक हिस्से की छत गिरने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. जिससे अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मचा हूआ है.
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अस्पताल की छत का टूटा एक हिस्सा: छपरा के सदर अस्पताल के एक वार्ड के छत का एक हिस्सा टूटकर गिर गया है. जिससे एक नवजात की जान बाल बाल बची. छपरा सदर अस्पताल में अव्यवस्था की स्थिति यह है की छतों से प्लास्टर झड़ रहे हैं. नालियों में कूड़े का अंबार लगा है. कभी सिटी स्कैन मशीन काम नहीं करती है तो कभी एक्स-रे काम करना बंद कर देता है. ऐसे में वहां इलाज करवाने जा रहे मरीजों की परेशानी और भी बढ़ रही हैं. बताया जा रहा है कि छत का एक हिस्सा महिला और नवजात के बगल में गिरने के बाद भी दोनों पूरी तरह से सुरक्षित हैं.
राज्य स्वास्थ्य समिति की टीम कर रही हैं निरीक्षण: बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति (Bihar State Health Society) की टीम लगातार अस्पतालों का निरीक्षण कर रही है. लेकिन उसके बाद भी अस्पताल की दशा और दिशा सुधरने का नाम नहीं ले रहा. हालांकि रंगाई पुताई का काम काफी तेजी से किया जा रहा है. लेकिन अस्पताल की मूलभूत सुविधाओं में कोई सुधार नहीं किया जा रहा हैं
"स्वास्थ्य मंत्री ने 60 दिनों में अस्पतालों की दशा एवं दिशा बदल देने की बात कही हैं. लेकिन अभी तक सुधार नहीं हो रहा हैं. अस्पताल में रंगाई का काम चल रहा है लेकिन मूलभुत सुबिधाओं में कमां हैं."- एसडी सिंह उपाधीक्षक छपरा सदर अस्पताल
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