छपरा: भोजपुरी के शेक्सपियर कहे जाने वाले लोक कवि भिखारी ठाकुर की 132वीं जयंती पर समारोह का आयोजन किया गया. शहर के भिखारी ठाकुर चौक पर स्थापित उनकी प्रतिमा पर जिला प्रशासन, विभिन्न राजनीतिक दलों और अन्य सामाजिक संगठनों ने माल्यार्पण कर उनको याद किया गया. इस बार छपरा शहर में किसी भी सांस्कृतिक संस्थाओं या स्थानीय कलाकारों की ओर से नाटक के मंचन का आयोजन नहीं किया गया.
'भोजपुरी के लिए बहुत कुछ किया'
माल्यार्पण के बाद सारण के डीएम सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि भोजपुरी के महान कलाकार भिखारी ठाकुर की जो रचनायें हैं, उसको प्रचार प्रसार करने की जरूरत है. क्योंकि उन्होंने भोजपुरी के लिए बहुत कुछ किया है. वहीं उनके जन्म स्थली कुतुबपुर दियरा गांव में जिला प्रशासन की ओर से राजकीय सम्मान के साथ जयंती मनाई जाएगी. साथ ही स्थानीय कलाकारों की ओर से रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया है.
कई अधिकारी रहे मौजूद
भोजपुरी कलाकार सत्येंद्र सिंह दूरदर्शी ने भोजपुरी के शेक्सपियर कहे जाने वाले लोककवि भिखारी ठाकुर द्वारा रचित गीतों को सुनाया. उन्होंने कहा कि उनके द्वारा जो भविष्यवाणी की गई थी, वही आज हो रहा है. भिखारी ठाकुर की जयंती राजकीय समारोह के मौके पर सारण के प्रमंडलीय आयुक्त रॉबर्ट एल चौंगथू, पुलिस उप महानिरीक्षक विजय कुमार वर्मा, डीएम सुब्रत कुमार सेन, पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय, सदर अनुमंडल पदाधिकारी अभिलाषा शर्मा, समेत कई अधिकारियों ने माल्यार्पण कर भोजपुरी के लोक कलाकार को नमन किया.
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वहीं राष्ट्रीय भोजपुरी महोत्सव छपरा के तत्वाधान में कार्यकारी अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल के नेतृत्व में दर्जनों लोगों ने भिखारी ठाकुर चौक पर माल्यार्पण किया. जिसमें मुख्य रुप से डॉ देवरिया, जनार्दन सिंह, सुनील कुमार ब्याहुत, उमा शंकर साहू, पप्पू कुमार सिंह, पप्पू गुप्ता, राजीव सिंह और अन्य मौजूद रहे.