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सारण: जेएम उच्च विधायलय के संस्थापक की 102वीं जयंती समारोह का आयोजन - अमनौर प्रखंड

अमनौर प्रखंड स्थित जे.एम. उच्च विद्यालय सह इण्टर कॉलेज गड़खा के संस्थापक सह प्रधानाध्यापक स्व. रणजीत सिंह की 102वीं जयंती मनाई गई.

birth anniversary in Saran
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Published : Jan 26, 2021, 8:58 PM IST

सारण: जिले के अमनौर प्रखंड स्थित जे.एम. उच्च विद्यालय सह इण्टर कॉलेज गड़खा के संस्थापक सह प्रधानाध्यापक स्व. रणजीत सिंह की 102वीं जयंती मनाई गई. इस मौके पर छात्रों को विद्यालय के संस्थापक रणजीत सिंह जी के बारे में उनके बहुत कुछ जानने को मिला. साथ ही साथ उनके पढ़ाने और विद्यालय संचालन शैली को सुनकर उपस्थित सभी शिक्षकगण और छात्र काफ़ी प्रभावित हुए.

'भविष्य को संवारने के लिए बनाए गए प्रतिष्ठान या संस्था की नींव रखना एक बड़ी चुनौती है. नींव का मुख्य अर्थ उन तमाम स्रोतों से है जिनकी बदौलत किसी संस्था को खड़ा किया जाता है, सहारा दिया जाता है. या यू कहें जिनके आधार पर किसी प्रतिष्ठान या संस्था की आधारशिला रखी जाती है. किसी प्रतिष्ठान या संस्था की नींव रखना अपने आप में निस्वार्थ सेवा, निस्वार्थ प्रेम, गरीब तबके के लिए सहानुभूति और सत्यता का प्रतीक होता है. जिसके लिए सभी लोगों को अपने पूरे जीवनकाल में किसी भी स्तर पर एक प्रयास करना चाहिए.'- अनिल कुमार सिंह, पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष.

ये भी पढ़ें:- 'दिल्ली में जो हुआ गलत लेकिन उसकी वजह से पूरे आंदोलन को डेमोनाइज नहीं किया जा सकता'

कई गणमान्य अतिथि रहे उपस्थित
जयंती समारोह के आयोजक और पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने संस्थापक रणजीत सिंह के आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया. इस मौके पर कई अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे.

सारण: जिले के अमनौर प्रखंड स्थित जे.एम. उच्च विद्यालय सह इण्टर कॉलेज गड़खा के संस्थापक सह प्रधानाध्यापक स्व. रणजीत सिंह की 102वीं जयंती मनाई गई. इस मौके पर छात्रों को विद्यालय के संस्थापक रणजीत सिंह जी के बारे में उनके बहुत कुछ जानने को मिला. साथ ही साथ उनके पढ़ाने और विद्यालय संचालन शैली को सुनकर उपस्थित सभी शिक्षकगण और छात्र काफ़ी प्रभावित हुए.

'भविष्य को संवारने के लिए बनाए गए प्रतिष्ठान या संस्था की नींव रखना एक बड़ी चुनौती है. नींव का मुख्य अर्थ उन तमाम स्रोतों से है जिनकी बदौलत किसी संस्था को खड़ा किया जाता है, सहारा दिया जाता है. या यू कहें जिनके आधार पर किसी प्रतिष्ठान या संस्था की आधारशिला रखी जाती है. किसी प्रतिष्ठान या संस्था की नींव रखना अपने आप में निस्वार्थ सेवा, निस्वार्थ प्रेम, गरीब तबके के लिए सहानुभूति और सत्यता का प्रतीक होता है. जिसके लिए सभी लोगों को अपने पूरे जीवनकाल में किसी भी स्तर पर एक प्रयास करना चाहिए.'- अनिल कुमार सिंह, पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष.

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कई गणमान्य अतिथि रहे उपस्थित
जयंती समारोह के आयोजक और पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने संस्थापक रणजीत सिंह के आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया. इस मौके पर कई अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे.

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