समस्तीपुर: कोरोना संकट के बीच बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण खत्म चुका है. चुनाव आयोग ने मतदाताओं को जागरूक करने में कोई कसर नहीं रखा. कोरोना महामारी के बीच मतदाता कैसे निर्भीक होकर मतदान करें इन तमाम बातों का आयोग ने बड़ी ही बारीकि से ध्यान रखा. लोगों के कोरोना भय को दूर किया गया. यहीं कारण था कि कोविड 19 के बावजूद मतदाताओं का उत्साह चरम पर रहा. वोटर्स अपने घर से बाहर मतदान करने निकले.
दो चरणों में मतदान
समस्तीपुर में दो चरणों में चुनाव होगा. दूसरे चरण (3 नवंबर) में उजियारपुर, मोह्ह्द्दीनगर, बिभूतिपुर, रोसरा (सु) और हसनपुर में जबकि तीसरे चरण (7 नवंबर) में कल्याणपुर (सु), वारिसनगर, समस्तीपुर,मोरवा,और सरायरंजन मतदान होना है. ऐसे में मतदाता बढ़ चढ़ कर वोट करें इसकी पूरी कोशिश प्रशासन की ओर से की जा रही है.
चलाया जा रहा जागरुकता कार्यक्रम
कोरोना से डरो न का संदेश प्रशासन की ओर से मतदाताओं को दिया जा रहा है. इसके लिए जगह-जगह पर बैनर पोस्टर लगाये गए हैं. रंगोली के जरिये भी कोरोना के डर को दूर भगाने का काम किया जा रहा है. जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांक की सहायक निदेशक और स्वीप कोषांक की नोडल पदाधिकारी गायत्री कुमारी के अनुसार, समस्तीपुर जिला प्रशासन विभिन्न माध्यमों से मतदाताओ को मताधिकार के लिएक जागरूक कर रहा है.
सोशल मीडिया का सहारा
मतदाताओं के डर को दूर करने के लिए सोशल मीडिया के जरिये भी संदेश दिया जा रहा ताकि वोटर्स मतदान करने बूथों पर पहुंचे. और वोटिंग परसेंटेज बेहतर हो सके. क्योंकि पहले चरण में जितनी पोलिंग हुई उससे ज्यादा की उम्मीद आयोग को थी.
मतदाताओं को बूथ तक लाना बड़ी चुनौती
चुनाव आयोग और प्रशासन के लिए मतदाताओं को मताधिकार के लिए जागरुक करना बड़ी चुनौती है. ऐसे में प्रशासन की ओर से लोगों से अपील की जा रही है कि वो कोरोना से डरें ना बल्कि तमाम सावधानियां बरतें. कोरोना मरीजों को आखिरी घंटे में मतदान कराया जाना भी बाकी मतदाताओं के लिए राहत की बात है. गौरतलब है कि लोकतंत्र के महापर्व में घटते मतदाताओं के आंकड़ें जहां चिंता का विषय हैं. वहीं वर्तमान कोरोना काल में अधिक से अधिक मतदाताओं को मतदान केंद्र तक लाना भी चैलेंज से कम नहीं है. पहले चरण में 54.1 फीसदी मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि दूसरे और तीसरे चरण में मत का प्रतिशत और बढ़ेगा.