समस्तीपुर: जिले की सड़कों पर यातायात के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है. गाड़ियां बिना नंबर प्लेट या फिर ढंकी हुई नंबर प्लेट के दौड़ रही है. इस लापरवाही के तरफ विभाग और जिला प्रशासन का ध्यान बिल्कुल नहीं है. वहीं, लोग प्रशासन की नजरअंदाजी पर सवाल उठा रहे हैं.
बता दें कि इन दिनों शहर की सड़कों पर चलने वाले निजी वाहन चालक हो या फिर छोटे-बड़े कॉमर्शियल गाड़ियों के ड्राइवर, ये नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं. इनके गाड़ियों से नंबर प्लेट गायब रहता है या फिर टूटे-फूटे और मिट चुके अक्षरों में लिखा होता है. वहीं, कई तो नियमों को ताक पर रखकर बम्पर से उसे ढक देते हैं. इन लोगों को जिला प्रशासन और डीटीओ की ओर से कुछ भी नहीं कहा जाता है.
कई नियम है लेकिन होता नहीं पालन
यूं तो गाड़ियों में नंबर प्लेट लगाने को लेकर कई जरूरी नियम बनाए गए हैं. लेकिन जिले में किसी का भी पालन नहीं होता है. नियमों के अनुसार कहा गया है कि नंबर प्लेट पर लिखे गए नंबर साफ और स्पष्ट रुप से लिखे जाएं. साथ ही कहा गया है कि नंबर प्लेट पर लिखे गए अक्षर भी आसानी से दिखे, ऐसा होना चाहिए. वहीं, गाड़ियों में लगने वाले बंपर को लेकर भी कई दिशा-निर्देश जारी है, लेकिन किसी का भी पालन नहीं किया जाता है.
विभाग के अधिकारी खुद रहते हैं कंफ्यूज
गाड़ियों के नंबर प्लेट मामले में नियमों की हो रही अनदेखी को लेकर जब विभाग के अधिकारी से बात की गई तो वो खुद कंफ्यूज दिखे. उन्होंने कहा कि लोग हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने की बात कहते हैं. साथ ही रसीद दिखाकर कहते है कि 2 या 3 महीने से वो अप्लाई कर चुके हैं लेकिन नंबर नहीं दिया जा रहा है. इसीलिए नहीं लगाया है. वहीं किसी गाड़ी की नंबर पहचान में नहीं आने पर उसका सत्यापन करने और नया नंबर प्लेट लगाने के बाद ही छोड़ा जाता है.