समस्तीपुर: जिले के विभिन्न उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में बीते कुछ माह में शुरू हुए स्मार्ट क्लास को कुछ विद्यालयों ने भले सिर्फ सरकारी योजना बना दिया हो. लेकिन बहुत से विद्यालयों में इस स्मार्ट क्लास ने शिक्षा के स्तर में काफी सुधार ला दिया है. छात्र हो या शिक्षक दोनों इस नई तकनीक का बखूबी इस्तेमाल कर रहे हैं.
जिले के रोसड़ा प्रखंड का महुली उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में स्मार्ट क्लास से बच्चों को काफी मदद मिल रही है. दरअसल, यहां विभिन्न विषयों के शिक्षकों की कमी के कारण शिक्षा व्यवस्था बदहाल थी. बेहतर शिक्षा की चाह रखने वाले छात्र स्कूल की बजाय प्राइवेट ट्यूशन के सहारे अपनी पढ़ाई कर रहे थे. लेकिन बीते कुछ माह पहले से यहां भी उन्नयन योजना के तहत स्मार्ट क्लास की शुरुआत हुई. जिसका धरातल पर सार्थक असर अब दिखने भी लगा है.
स्कूल में छात्रों की संख्या बढ़ रही है. जो छात्र और छात्राएं स्कूल से दूर हो रहे थे. अब वो यहां बेहतर तरीके से इस नई तकनीक के जरिये शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं.
शिक्षा व्यवस्था में हुआ सुधार- हेडमास्टर
वहीं, इस विद्यालय के प्रभारी एचएम ने भी इन स्मार्ट क्लास के सकारात्मक असर पर कहा कि शिक्षक की कमी के कारण सभी विषयों की पढ़ाई एक बड़ी समस्या बनी हुई थी. बहरहाल, उन्नयन योजना इस विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रही है.
- वर्तमान में जिले के अधिकतर उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास का संचालन हो रहा है. वैसे बहुत जगहों पर ये योजना सिर्फ उद्घाटन जैसी रस्म अदायगी बन कर रहा गयी है. लेकिन बहुत से स्कूलों में इसने शिक्षा व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया है.