समस्तीपुर: जिला प्रशासन की ओर से आयोजित बिहार विधानसभा आम निर्वाचन के लिए प्रतिनियुक्त गश्ती दल सह ईवीएम संग्रहण दंडाधिकारी का निर्वाचन प्रशिक्षण संत कबीर महाविद्यालय में दो पालियों में संपन्न हुआ. इस अवसर पर मतदान पूर्व मतदान के दौरान और मतदान के पश्चात विभिन्न क्रियाकलापों ईवीएम और वीवीपैट संचालन मॉक पोल करने, उसे डिलीट करने और उनसे जुड़ी अन्य प्रक्रियाओं को बताया गया.
मतदान केंद्र के लिए प्रस्थान
मुख्य मास्टर ट्रेनर मुकेश कुमार ने बताया कि इनका मुख्य कार्य मतदान से एक दिन पूर्व ज्वाइंट सेशन में भाग लेना, आवश्यक प्रपत्रों को प्राप्त करना, पुलिस पदाधिकारी से टैगिंग, वाहन प्राप्त करना है. इसके साथ ही पुलिस बल प्राप्त करना और ईवीएम कोषांग से ईवीएम और वीवीपैट प्राप्त कर आवंटित मतदान केंद्र के लिए प्रस्थान करना होता है.
मॉक पोल की प्रक्रिया
इसके साथ ही रात्रि में किसी एक मतदान केंद्र पर उन्हें रहना आवश्यक होता है. जहां वह सुबह में मॉक पोल की प्रक्रिया में भाग लेते हैं. रात्रि में ही सभी पीठासीन पदाधिकारी को ईवीएम वीवीपैट, निवेदित मतपत्र, ग्रीन पेपर सील, स्ट्रिप सील, स्पेशल टैग, पिंक पेपर सील और अन्य आवश्यक कागजात दस्तखत कराते हैं.
मतदाता पहचान पर्ची निर्गत
मतदान के दिन आवंटित मतदान केंद्रों पर विधि व्यवस्था संधारण और मतदान समाप्ति के पश्चात पीठासीन पदाधिकारी के शील्ड सामग्रियों के साथ वज्र गृह में सामग्री जमा करने के बाद अपने गंतव्य के लिए प्रस्थान करना यही मुख्य कार्य है. प्रशिक्षणचर्या में मास्टर ट्रेनर सतीश कुमार यादव ने बताया की प्रत्येक मतदान केंद्र पर बीएलओ की ओर से मतदाता पहचान पर्ची निर्गत किया जाएगा. जिस पर बारकोडिंग भी किया हुआ रहेगा.
कई अधिकारी रहे मौजूद
प्रथम मतदान पदाधिकारी अपने मोबाइल से उस बार कोडिंग के माध्यम से भी मतदाता की पहचान सुनिश्चित कर सकेंगे. दंडाधिकारी मतदान केंद्र पर होने वाले बाहरी सभी गतिविधियों पर अपनी पैनी नजर रखे रहेंगे. ताकि कोई घटना ना घटने पाए. इस अवसर पर मास्टर ट्रेनर राकेश कुमार, मनीष चंद्र प्रसाद, ब्रजदेव बली प्रसाद वर्मा, कपिलेश्वर प्रसाद सिंह, सुनील कुमार महतो आदि ने सहयोग किया.