ETV Bharat / state

बूढ़ी गंडक नदी के रौद्र रूप से समस्तीपुर पर मंडराया बाढ़ का खतरा

बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पार पहुंच गया है. इससे जिला मुख्यालय समस्तीपुर (Samastipur) पर बाढ़ (Flood) का खतरा मंडराने लगा है. रेन कट और टूटे तटबंध के पास रहने वाले लोग नदी के रौद्र रूप से अधिक सहमे हुए हैं.

Water level of Budhi Gandak river
बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर
author img

By

Published : Jul 7, 2021, 8:05 PM IST

समस्तीपुर: नेपाल और बिहार के सीमावर्ती इलाके में हो रही भारी बारिश के चलते नेपाल से आने वाली नदियां उफनाई हुईं हैं. बूढ़ी गंडक और बागमती नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है. इसके चलते समस्तीपुर जिले पर भी बाढ़ (Flood) का खतरा मंडरा रहा है.

यह भी पढ़ें- Araria Flood: शहरी क्षेत्रों में घुसा बाढ़ का पानी, पलायन करने को मजबूर हैं लोग

समस्तीपुर शहर के करीब से गुजरने वाली बूढ़ी गंडक नदी खतरे के निशान से काफी ऊपर है. बूढ़ी गंडक नदी के रौद्र रूप के चलते जिला मुख्यालय पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. समस्तीपुर रेल पुल के करीब बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान 45.73 से कई सेंटीमीटर ऊपर है. आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार जलस्तर में तेजी से इजाफा हो रहा है.

देखें वीडियो

बूढ़ी गंडक नदी के उफनाने से लोग डरे हुए हैं. रेन कट और टूटे तटबंध के पास रहने वाले लोग अधिक खतरे में हैं. रोसड़ा में भी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. दूसरी ओर बागमती नदी के जलस्तर में भी तेजी से इजाफा हो रहा है. हायाघाट में यह खतरे के निशान से करीब तीन सेंटीमीटर ऊपर है.

बूढ़ी गंडक का जलस्तर बढ़ने के चलते नदी की पेटी में बसे लोगों के घर पानी में डूब गए हैं. सैकड़ों लोगों ने बांध पर शरण ली है. जलस्तर बढ़ने से समस्तीपुर और रोसड़ा रेलवे पुल पर भी दबाव बन रहा है. 2020 में बूढ़ी गंडक का जलस्तर 21 जुलाई को खतरे के निशान के पार गया था. इस साल नदी के जलस्तर ने 6 जुलाई को ही खतरे के निशान को पार कर लिया.

यह भी पढ़ें- Bettiah News: सोलर पावर प्लांट पर मंडराया कटाव का खतरा, विद्युत आपूर्ति बाधित

समस्तीपुर: नेपाल और बिहार के सीमावर्ती इलाके में हो रही भारी बारिश के चलते नेपाल से आने वाली नदियां उफनाई हुईं हैं. बूढ़ी गंडक और बागमती नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है. इसके चलते समस्तीपुर जिले पर भी बाढ़ (Flood) का खतरा मंडरा रहा है.

यह भी पढ़ें- Araria Flood: शहरी क्षेत्रों में घुसा बाढ़ का पानी, पलायन करने को मजबूर हैं लोग

समस्तीपुर शहर के करीब से गुजरने वाली बूढ़ी गंडक नदी खतरे के निशान से काफी ऊपर है. बूढ़ी गंडक नदी के रौद्र रूप के चलते जिला मुख्यालय पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. समस्तीपुर रेल पुल के करीब बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान 45.73 से कई सेंटीमीटर ऊपर है. आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार जलस्तर में तेजी से इजाफा हो रहा है.

देखें वीडियो

बूढ़ी गंडक नदी के उफनाने से लोग डरे हुए हैं. रेन कट और टूटे तटबंध के पास रहने वाले लोग अधिक खतरे में हैं. रोसड़ा में भी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. दूसरी ओर बागमती नदी के जलस्तर में भी तेजी से इजाफा हो रहा है. हायाघाट में यह खतरे के निशान से करीब तीन सेंटीमीटर ऊपर है.

बूढ़ी गंडक का जलस्तर बढ़ने के चलते नदी की पेटी में बसे लोगों के घर पानी में डूब गए हैं. सैकड़ों लोगों ने बांध पर शरण ली है. जलस्तर बढ़ने से समस्तीपुर और रोसड़ा रेलवे पुल पर भी दबाव बन रहा है. 2020 में बूढ़ी गंडक का जलस्तर 21 जुलाई को खतरे के निशान के पार गया था. इस साल नदी के जलस्तर ने 6 जुलाई को ही खतरे के निशान को पार कर लिया.

यह भी पढ़ें- Bettiah News: सोलर पावर प्लांट पर मंडराया कटाव का खतरा, विद्युत आपूर्ति बाधित

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.