सीतामढ़ीः जिले का रीगा चीनी मिल संकट के दौर से गुजर रहा है. बैंक ऑफ इंडिया ने मिल के बैंक खाते को एनपीए घोषित करते हुए इसकी निकासी पर रोक लगा दी है. जिससे इलाके के हजारों गन्ना किसानों का भुगतान अधर में लटक गया है. साथ ही मिल के कर्मियों को वेतन भी नहीं मिल पा रहा है. लिहाजा किसान और मजदूरों ने बैंक से अपने पैसे वापस लेने की मांग की है.
किसान और मजदूरों ने किया प्रदर्शन
किसान और मजदूरों ने इसके विरोध में बैंक ऑफ इंडिया के रीगा शाखा के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने बैंक के खिलाफ जमकर नारे लगाए. किसानों ने कहा कि मिल के पास हजारों किसानों का लाखों का भुगतान रुका हुआ है. सामने दीपावली और छठ का पर्व भी है. ऐसे में हमारे परिवार में अभी पैसे की जरूरत है. मिल मालिक के पास हमारा पैसा है. लेकिन बैंक ने मिल के खाते से निकासी पर रोक लगा दी है.
शाखा प्रबंधक को सौंपा मांगों का ज्ञापन
प्रदर्शन के बाद किसान और मजदूरों का प्रतिनिधि मंडल बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक लक्ष्मी सिंह से मिलकर अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा. लक्ष्मी सिंह ने भी उन्हें उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है. शाखा प्रबंधक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एनपीए जैसे आदेश मुख्य शाखा से आते हैं. इसमें स्थानीय शाखा की कोई भूमिका नहीं होती है. किसानों और मजदूरों की मांगों को ऊपर के अधिकारियों के संज्ञान में दिया जाएगा.