समस्तीपुर: रालोसपा पूरे बिहार में 24 जनवरी को मानव कतार बना रही है. इसको लेकर प्रदेश में सियासत शुरू हो चुकी है. एक ओर जहां विपक्षी दल रालोसपा के इस कार्यक्रम में साथ देने का वादा कर रही हैं. वहीं, सत्ता पक्ष के लोग इस कार्यक्रम पर सवाल उठा रहे हैं.
सियासी उठा पटक के बीच जिले में रालोसपा के कार्यकर्ताओं ने अपने नेता उपेन्द्र कुशवाहा के ऐलान पर तैयारियां शुरू कर दी है. इस मामले पर जिले के रालोसपा नेता ताहीर रहमान का कहना है कि शिक्षा के मुद्दे पर रालोसपा प्रमुख हमेशा से सवाल उठाते रहे हैं. पार्टी प्रमुख ने कर्पूरी ठाकुर की जयंती के दिन 24 जनवरी को मानव कतार बनाने का आदेश दिया है. जिसे जिलेभर के कार्यकर्ता सफल बनाने में जुटे हुए हैं.
वाम दल ने किया समर्थन का ऐलान
रालोसपा के इस कार्यक्रम का वामदल ने समर्थन का ऐलान किया हैं. इस मामले पर सीपीआई (एम) के जिला सचिव अवधेश सिंह ने बताया कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ वाम दल पहले से लड़ रही है. उन्होंने सीएम नीतीश कुमार का बिना नाम लिए हमला बोलते हुए कहा कि जल जीवन हरियाली योजना में नदी, तालाबों के किनारे बसे गरीब परिवारों को हटाया गया. यह योजना आमजन के लिए नहीं थी. यह खुद का चेहरा चमकाने के लिए बनाया गया था.
'सियासी जमीन खोज रही रालोसपा'
वहीं, इस मामले पर सत्तारूढ़ दल में शामिल में लोजपा नेता नीरज भारद्वाज ने कहा कि रालोसपा की ओर से आयोजित यह कार्यक्रम प्रदेश की सियासत में बने रहने का एक बहाना है. रालोसपा आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अपनी सियासी साख तलाशने में जुटी हुई है. जनता इस कार्यक्रम में भाग नहीं लेगी.