समस्तीपुरः जिले के सदर अस्पताल में पिछले 4 महीने से ज्यादा से अपने पति का इंतजार कर रही आंध्र प्रदेश की महिला राजलक्ष्मी का इंतजार अब खत्म हो गया. आंध्र प्रदेश की पुलिस उसके पति के साथ उसे वापस लेने के लिए अस्पताल पहुंची.
4 महीने पहले मिली थी समस्तीपुर जंक्शन पर
जानकारी के अनुसार राजलक्ष्मी 4 महीने पहले समस्तीपुर जंक्शन से सदर अस्पताल लाई गई थी. वह वहां प्रसव पीड़ा से कराह रही थी. स्थानीय लोगों ने उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया. जहां उसने प्रसव के दौरान एक नवजात बच्चे को जन्म दिया.
एसएनसीयू में मिला आश्रय
राजलक्ष्मी और उसके मासूम नवजात को एसएनसीयू में आश्रय दिया गया था. ट्रांस्लेटर को बुलाकर महिला की पहचान कराई गई. जिसके बाद उपाधीक्षक ने पूरे मामले से जिलाधिकारी और सिविल सर्जन को अवगत कराया. इसके साथ ही आंध्र प्रदेश पुलिस से बात की गई.
गुस्से में छोड़ा था घर
राजलक्ष्मी के पति तिरमैया ने पुलिस को बताया की पत्नी का घर में ही उसकी ननद से झगड़ा हो गया था. उसके बाद वह अपना सामान लेकर घर से गुस्से में चली गई. तिरमैया उलिंडा कुंडा में पत्थर तोड़ने का काम करता है.
ईटीवी भारत को दिया धन्यवाद
राजलक्ष्मी अपने पति और बेटे के साथ एक नवंबर को घर जाने के लिए रवाना होगी. राजलक्ष्मी और उसके पति ने ईटीवी भारत को खबर दिखाए जाने के लिए धन्यवाद दिया. सिविल सर्जन सियाराम मिश्रा ने सदर अस्पताल उपाधीक्षक सहित पूरे मीडिया कर्मी को धन्यवाद दिया. इसको लेकर पूरे अस्पताल प्रशासन में खुशी का माहौल है.