समस्तीपुर: बिहार में इस साल कोरोना संक्रमण के बीच विधानसभा के चुनाव होने हैं. राजनीतिक दलों के साथ-साथ आयोग ने भी इसकी तैयारियां शुरू कर दी है. जिले में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. लेकिन राजनीतिक दल इसे मुद्दा बनाते नजर आ रहे हैं. ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि क्या जिले में इस बार कोरोना चुनाव में अहम मुद्दा होगा. पक्ष-विपक्ष के नेता क्या कोरोना के जरिये अपनी सियासी साख मजबूत करने में जुटे हैं.
दरअसल एक तरफ जिले में बेकाबू कोरोना और दूसरी तरफ चुनाव की आहट ने सियासी दलों को सक्रिय कर दिया है. जिले में 10 सीटों की इस जंग के बीच कोरोना का साइड इफेक्ट साफ दिख रहा. खास तौर पर राजद सरकार पर हमलावर दिख रही है. जिले में कोरोना की रोकथाम को लेकर सरकारी कुव्यवस्था के आरोपों के जरिये राजद के नेता यहां अपना जनाधार मजबूत करने में जुटे हुए हैं.
कोरोना के बीच चुनाव की तैयारी
वहीं अगर सत्ताधारी दलों की बात की जाए तो इस कोरोनाकाल में सत्ताधारी दलों के नेता मास्क और सैनिटाइजर लेकर जमीन पर सक्रिय नजर आ रहे हैं. सत्ताधारी दल के नेता और कार्यकर्ता कोरोना महामारी के दौरान सरकार की ओर से किए कामों के बखान कर रहे हैं. वे जिले में जन-जन तक पंहुचने की कोशिश में लगे हुए हैं.