समस्तीपुर: जिले में सरस्वती पूजा की तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही हैं. बाजार छोटी-बड़ी रंग-बिरंगी मूर्तियों से पटा नजर आ रहा है. लेकिन, इस बार आस्था पर मंहगाई की मार पड़ती दिख रही है. दरअसल, मंहगाई के कारण लोग छोटी मूर्तियों को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं. बड़ी मूर्तियों की कीमत ज्यादा है इस कारण उनकी बिक्री मंदी है.
ऐसे में मूर्तिकारों के सामने ये सवाल है कि वे अपने पुस्तैनी कारोबार को कैसे आगे बढ़ाएं और जीवन यापन करें. मूर्तिकारों का कहना है कि सरस्वती पूजा को लेकर हर साल काफी संख्या में आर्डर आते थे. लेकिन, बीते कुछ सालों से मांग कम होती चली जा रही है. अमूमन पहले जहां हजार की कीमत वाली मूर्तियां बिकती थी अब अधिकतर लोग छोटे और कम कीमत की मूर्तियां बनवाते हैं.
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पुस्तैनी कारोबार से मुंह मोड़ रहे हैं मूर्तिकार
मूर्तिकार के अनुसार अब वे मूर्ति बनाकर अपने परिवार का भरण पोषण नहीं कर पाते हैं. पहले ही सीजन आने पर बिक्री होती थी. लेकिन, मंहगाई के कारण अब वह भी दिनों दिन कम होती जा रही है. ऐसे में उनका कहना है कि जिस तरह अब इस कारोबार का हाल है शायद अब यह कला उनके रोजगार का जरिया नहीं रहने वाली है.