समस्तीपुर: बिहार के कई जिलों में इन दिनों लगातार बारिश (Rain In Bihar) से खरीफ की फसलें नष्ट हो गयी. इसका असर समस्तीपुर में भी देखने को मिल रहा है. पिछले दो-तीन दिनों से लगातार रुक-रुककर बारिश से बची-खुची फसलें भी बर्बाद हो रही हैं. जिले के कई हिस्सों में धान की फसल (Paddy Crop) खेतों में गिर गए हैं. ऐसे में किसान अपनी आंखों से फसलों को नष्ट होते देख रहे हैं और भारी मन से उसे बचाने की जद्दोजहद में लगे हैं.
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बता दें कि जिले के किसानों को भारी बारिश की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. बीते कई महीनों से हो रही बारिश से परेशान किसानों की आखिरी उम्मीद भी आंधी और पानी ने तोड़ा दिया है. पिछले दो-तीन दिनों से हो रही भारी बारिश और तेज हवा के कारण एकड़ के एकड़ में लगे धान की फसल को काफी नुकसान हुआ है.
पीड़ित किसानों का कहना है कि पहली ही बारिश और जलजमाव के कारण बहुत कम धान की खेती की गई है. वहीं, बीच-बीच में भारी बारिश की वजहों से कई बार धान का बिचड़ा डूबने से पहले ही किसानों के फसल बर्बाद हो चुके हैं. किसी तरह कुछ किसानों ने बड़ी मेहनत से इसे बचाया भी, तो बीते कुछ दिनों के भारी बारिश और तेज आंधी ने उसे भी डुबो दिया.
किसानों का कहना है कि जलजमाव रहने से धान काटना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में गेहूं और रवि फसल की खेती हो पाना भी संभव नहीं दिख रहा है. जिन खेतों में अभी 2 से 3 फुट तक पानी है. वहां अगले 1 महीने तक पानी सूखने के आसार नहीं है. धूप की तख्त में कमी व तापमान में गिरावट से पानी का सूखना मुश्किल है.
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