समस्तीपुर: प्रदेश में प्याज का भाव आसमान छूता जा रहा है. महंगाई का आलम यह है कि जिले की प्रमुख प्याज मंडी में यह उपलब्ध तो है. लेकिन इसके अनुसार खरीदार नहीं दिख रहे हैं. ऐसे में प्याज के दामों की बढ़ोतरी होने से दुकान पर ग्राहकों की कमी देखी जा रही है. विक्रेताओं का कहना है कि प्याज को लेकर बाजारों में अभी कुछ दिनों तक राहत की कोई गुंजाइश नहीं है.
दुकानों पर नहीं पंहुच रहे ग्राहक
बता दें कि प्याज का हाल पूरे देश में लगभग एक जैसा ही है. जिले में तो इसका खुदरा मूल्य 80 रुपये के ऊपर है. जाहिर सी बात है इस मंहगाई की मार से खरीदार और दुकानदार दोनों परेशान हैं. यहां की प्रमुख मंडियों में प्याज उपलब्ध जरूर है लेकिन मंहगाई के वजह से ग्राहक दुकान पर नहीं पंहुच रहे हैं. जिले के प्रमुख प्याज मंडियों के दुकानदारों के अनुसार अभी इसके दाम कम होने के कोई आसार नहीं हैं. दिसम्बर के पहले हफ्ते तक इसका हाल ऐसा ही रहने वाला है.
बाढ़ की वजह से पैदावार में आई कमी
दुकानदारों के मुताबिक पहले नवंबर के तक नासिक से प्याज मंडियों तक पंहुच जाया करता था. लेकिन इस बार बारिश और बाढ़ की वजह से प्याज की पैदावार में कमी आयी है. दामों में आए उछाल की वजहों से यह खरीदारों के पंहुच से दूर होता जा रहा है. यही नही जिले में विभिन्न जगहों पर खुदरा कारोबारी मनमाने तरीके से इसे बेच भी रहे हैं. ऐसे में कई वजहों से जहां बाजार में प्याज कम बिक रहा है. वहीं इसके पीछे बड़े पैमाने पर चल रहे कालाबाजारी के खेल की वजह से इसे और महंगा कर दिया गया है.