समस्तीपुर: जिले में परिवार नियोजन के स्थायी समाधान को लेकर समय-समय पर जागरुकता कार्यक्रम चलाए जाते हैं. लेकिन इसका असर होता नहीं दिख रहा है. लाख प्रयास के बाद भी पुरुषों की नसबंदी दर बढ़ नहीं रही है.
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स्वास्थ्य विभाग की ओर से हर महीने की 20 तारीख को पुरुषों के लिए नसबंदी की व्यवस्था की गई है. फिर भी लोग इसके लिए अस्पताल नहीं पहुंच रहे हैं. इस महीना मजह 5 पुरुषों ने ही अपनी नसबंदी करायी, जबकि 1965 महिलाओं ने अपना बंध्याकरण करवाया.
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'महिलाओं की तुलना में पुरुषों में सुरक्षित व सरल उपाय होने के बाद भी पुरुष इसको लेकर उदासीन हैं. वैसे अभियान के तहत लगातार उन्हें जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है.' - डॉ. एसके गुप्ता, सिविल सर्जन