समस्तीपुर: तमाम कोशिशों के बावजूद बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओं का नारा कहावतों में सिमट कर रह गया है. एक बार फिर जिले में ऐसा मामला सामने आया है जहां बेटों की चाहत रखने वाले ससुराल वालों ने अपनी बहु को दो बेटियों को जन्म देने के कारण उस पर जुल्म करना शुरू कर दिया. पूरा मामला खानपुर थाना क्षेत्र के ब्रह्गामा गांव का है.
एक हाथ में आवेदन और दूसरे हाथों से गोद में अपनी मासूम बेटी को लिए अनुपम कुमारी पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचीं और अपनी फरियाद सुनाई. अनुपम का बताना है कि 2013 में उसके पिता ने बड़े ही धूमधाम से खानपुर थाना क्षेत्र के ब्रह्गामा गांव निवासी निरंजन चौधरी के साथ शादी की थी. दोनों परिवार खुशहाल थे. 2015 में अनुपम ने पहली बेटी और 2016 में दूसरी बेटी को जन्म दिया.
दो बेटियों को जन्म देने के बाद शुरू हुआ जुल्म
इसके बाद पति सहित ससुराल वाले उसके जान के दुश्मन बन गए और इसे घर में बंद कर कई दिनों तक भूखा रखा. अनुपम के परिजनों ने कई बार पंचायत बैठाकर अपने दमाद एवं ससुराल वालों को मनाने का प्रयास किया. सामाजिक दबाव के कारण उस समय वो मान जाया करते थे. लेकिन उनका जुल्म कम न हुआ.
पीड़िता ने पुलिस से की शिकायत
अंत में अनुपम के पिता और भाई ब्रह्गामा पहुंचे और अनुपम को अपने घर ले आए, जहां से अनुपम ने अपनी दर्द भरी दास्तां के साथ पुलिस अधीक्षक के पास पहुंच कर न्याय की गुहार लगाई है.
उचित कार्रवाई का आश्वासन
वहीं इस मामले में पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर ने अनुपम की सारी बातें सुनकर संबंधित थाने को मामला दर्ज कर कार्रवाई करने का आदेश दिया है. साथ ही सुरक्षा का भरोसा भी दिलाया है. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि बेटा और बेटी में फर्क समझने वालों कानून के तहत उचित सजा दी जायेगी और पीड़ित महिला को न्याय दिलवाया जाएगा.