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सरकारी अस्पतालों की बड़ी लापरवाही, बंध्याकरण ऑपरेशन के बाद भी कई महिलाएं हो गईं गर्भवती

अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ सियाराम मिश्र ने बताया कि ऑपरेशन के बाद प्रेग्नेंट होने के पीछे कई वजह होते हैं. इस मामले में सभी पीड़ित महिलाओं को 30-30 हजार रुपये क्षतिपूर्ति राशि दी जाएगी.

समस्तीपुर के सरकारी अस्पतालों में बड़ी लापरवाही
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Published : Sep 2, 2019, 8:18 PM IST

समस्तीपुर: जिले के सरकारी अस्पतालों में जिस तरह से लापरवाही बरती जा रही है, वो स्वास्थ्य विभाग के लिए बेहद ही गंभीर बात है. जिले के कई सरकारी अस्पतालों में महिलाओं का बंध्याकरण किया गया. लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि इसके बाद भी वो गर्भवती हो गईं. हालांकि अब इस गलती को सुधारने के लिए अस्पताल ने उन महिलाओं को मुआवजा देने की बात कही है.

samastipur
महिलाओं को दी जाएगी मुआवजा राशि

सरकारी अस्पतालों में बड़ी लापरवाही
दरअसल, जहां सरकार अबादी नियंत्रण के लिए नई-नई योजना बना रही है, वहीं दूसरी ओर जिले के सरकारी अस्पताल इसको झूठा साबित करने में लगे हुए हैं. अस्पतालों में फैमिली प्लानिंग को लेकर कई महिलाओं का बंध्याकरण का ऑपरेशन किया गया. वहीं जिले की सरायगंज, सिंघिया और कल्याणपुर की रहने वाली 3 महिला ऑपरेशन के बाद भी मां बन गईं. इस मामले की शिकायत पीड़ित परिवार ने डीएम से की. इसके बाद स्वास्थ्य महकमा पीड़ितों को मुआवजा राशि देने के लिए फाइल तैयार करने में लगा हुआ है.

बंध्याकरण के ऑपरेशन के बाद 3 महिला हुई गर्भवती

बंध्याकरण के बाद गर्भवती हुई कई महिलाएं
अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ सियाराम मिश्र ने बताया कि ऑपरेशन के बाद प्रेग्नेंट होने के पीछे कई वजह होते हैं. इस मामले में सभी पीड़ित महिलाओं को 30-30 हजार रुपये क्षतिपूर्ति राशि दी जाएगी. वहीं, जानकारों का मानना है कि कभी-कभी जल्दबाजी में बिना जांच ऑपरेशन हो जाना भी ऐसी लापरवाही का कारण हो सकता है. लेकिन वजह कुछ भी हो स्वास्थ्य विभाग पर ये बहुत बड़ा प्रश्न है कि इतनी बड़ी लापरवाही उनसे कैसे हो सकती है.

समस्तीपुर: जिले के सरकारी अस्पतालों में जिस तरह से लापरवाही बरती जा रही है, वो स्वास्थ्य विभाग के लिए बेहद ही गंभीर बात है. जिले के कई सरकारी अस्पतालों में महिलाओं का बंध्याकरण किया गया. लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि इसके बाद भी वो गर्भवती हो गईं. हालांकि अब इस गलती को सुधारने के लिए अस्पताल ने उन महिलाओं को मुआवजा देने की बात कही है.

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महिलाओं को दी जाएगी मुआवजा राशि

सरकारी अस्पतालों में बड़ी लापरवाही
दरअसल, जहां सरकार अबादी नियंत्रण के लिए नई-नई योजना बना रही है, वहीं दूसरी ओर जिले के सरकारी अस्पताल इसको झूठा साबित करने में लगे हुए हैं. अस्पतालों में फैमिली प्लानिंग को लेकर कई महिलाओं का बंध्याकरण का ऑपरेशन किया गया. वहीं जिले की सरायगंज, सिंघिया और कल्याणपुर की रहने वाली 3 महिला ऑपरेशन के बाद भी मां बन गईं. इस मामले की शिकायत पीड़ित परिवार ने डीएम से की. इसके बाद स्वास्थ्य महकमा पीड़ितों को मुआवजा राशि देने के लिए फाइल तैयार करने में लगा हुआ है.

बंध्याकरण के ऑपरेशन के बाद 3 महिला हुई गर्भवती

बंध्याकरण के बाद गर्भवती हुई कई महिलाएं
अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ सियाराम मिश्र ने बताया कि ऑपरेशन के बाद प्रेग्नेंट होने के पीछे कई वजह होते हैं. इस मामले में सभी पीड़ित महिलाओं को 30-30 हजार रुपये क्षतिपूर्ति राशि दी जाएगी. वहीं, जानकारों का मानना है कि कभी-कभी जल्दबाजी में बिना जांच ऑपरेशन हो जाना भी ऐसी लापरवाही का कारण हो सकता है. लेकिन वजह कुछ भी हो स्वास्थ्य विभाग पर ये बहुत बड़ा प्रश्न है कि इतनी बड़ी लापरवाही उनसे कैसे हो सकती है.

Intro:चाहे जीतने भी दावे कर लिए जाए , लेकिन सरकारी स्वास्थ व्यवस्था का मर्ज यैसा गंभीर की , दूर होने का नाम नही ले रहा। आमजन के स्वास्थ्य के साथ लापरवाही का एक बड़ा उदाहरण बनता जा रहा है , इन अस्पतालों में होने वाला बंध्याकरण । जिले का हाल यह है की , कई महिला ऑपरेशन के बाद भी मां बन रही ।


Body:एक तरफ आवादी नियंत्रण को लेकर बड़े बड़े दावे व जागरूकता के नाम लाखों करोड़ों खर्च । वंही दूसरी तरफ जिले के सरकारी अस्पतालों का हाल देखिए , फैमली प्लानिंग का ऑपरेशन यैसा की , डेढ़ दो साल बाद फिर कई महिला गर्भवती हो गयी । विभागीय आंकड़ो के अनुसार , जिले के सरायरंजन , सिंघिया व कल्याणपुर की रहनेवाली , तीन महिला ऑपरेशन के डेढ़ दो साल बाद गर्भवती हो गयी । वैसे इस मामले के उजागर होने के बाद अब स्वास्थ्य महकमा इन्हें क्षतिपूर्ति देने की तैयारी में अपनी फाइलें तैयार कर रहा । सिविल सर्जन के अनुसार , ऑपरेशन के बाद प्रेग्नेंट होने के पीछे कई वजह होते है ,वैसे इस मामले में पीड़ित सभी महिलाओं को 30-30 हजार रुपये क्षतिपूर्ति दी जायेगी । वैसे यह पूरा मामला इन ऑपरेशन में लापरवाही के तरफ इशारा करता है , जानकर का मानना है की , कभी कभी हड़बड़ाहट में गर्भवती महिला का बिना जांच ऑपरेशन होना भी यैसे वजहों का कारण होता है ।

बाईट - डॉ सियाराम मिश्र , सिविल सर्जन , समस्तीपुर ।
बाईट - डॉ ज्ञानेंद्र , चिकित्सक ।


Conclusion:गौरतलब है की पूरे मेडिकल साक्ष्य के साथ पीड़ित परिवारों ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी के यंहा किया था । वंही मामला उजागर होने के बाद स्वास्थ विभाग ने क्षतिपूर्ति देने का अनुशंसा किया है ।

अमित कुमार की रिपोर्ट ।
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