समस्तीपुर: जिले में गंडक नदी के स्थिर जलस्तर से भले ही शहर बाढ़ के प्रकोप से बच गया है, लेकिन बारिश के पानी ने लाखों लोगों को बाढ़ से बदतर हालात में ला दिया है. दरअसल, महीनों से जिला मुख्यालय के दर्जनों मुहल्ले बारिश के पानी से डूबे हैं. जिससे सड़क कहां है और नाला कहां है ये बता पाना बड़ा मुश्किल है.
वैसे जिलाधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि तक जलजमाव से प्रभावित लोगों का हाल जाना और जल्द राहत का भरोसा दिया, लेकिन महीनों बीतने के बाद भी हालात जस के तस हैं. बहरहाल एक बार फिर नए रोड मैप के जरिए जलजमाव से हलकान मोहल्ले से पानी निकालने का काम शुरू किया गया है.
नाले की हो रही साफ-सफाई
समस्तीपुर नगर परिषद के एग्जीक्यूटिव ऑफिसर रजनीश कुमार ने कहा कि पुराने मुख्य नाले की साफ-सफाई के साथ-साथ नए वैकल्पिक व्यवस्था के जरिए पानी निकालने का काम शुरू किया गया है. साथ ही शहर के अलग-अलग स्थानों पर पम्पिंग सेट के मदद से पानी निकाला जा रहा है.
जल निकासी अभियान शुरू
बहरहाल महीनों से बारिश के गंदे पानी में डूबे शहर के हालात जब सिस्टम के नाक के ऊपर पंहुचा, तब कहीं जाकर जल निकासी अभियान को शुरू किया गया है. अब देखना यह होगा कि इन प्रभावित लोंगो को कब इस नरक से छुटकारा मिलता है.