समस्तीपुर: बिहार के मिथिलांचल के लोग खाने-पीने के खूब शौकिन है. यहां विभिन्न प्रकार के पकवान और मिष्ठान देश भर में फेमस है. जिसमें से दही-चूड़ा भी एक है, जो मकर संक्रांति के अलावा आम दिनों में भी लोग शौक से खाते हैं. मिथिलांचल का दही तो वर्ल्ड फेमस है. यहां के लोग दही बड़े ही चाव से खाते हैं. अब यदि यहां दही खाने की प्रतियोगिता (Dahi Khao Competition in Samastipur) हो जाए तो लोगों लोगों की निकल पड़ती है. दही खाने को लेकर लोग एक दूसरे के रिकॉर्ड को तोड़ते नजर आते है.
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समस्तीपुर में दही खाओ प्रतियोगिता : दही खाओ प्रतियोगिता का आयोजन गौरव मिथिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड ने किया था. हर वर्ष यहां मकर संक्रांति के उपलक्ष्य में संघ के डेयरी परिसर में मिलन समारोह और सांस्कृतिक कार्यक्रम का किया जाता है. इस बार भी यह कार्यक्रम किया गया. जिसमें दही खाने की प्रतियोगिता रखी गयी. इस प्रतियोगिता में लाल बाबू राय प्रथम, मनीष कुमार चौथरी द्वितीय और मिलकी से रमेश राय तीसरे स्थान लाने में सफल रहे.
दो मिनट में तीन किलो दही खाने का रिकार्ड: प्रथम विजेता लालू बाबू राय ने महज दो मिनट में तीन किलोग्रामा दही साफ कर दिया. उनको दही खाते देख लोगों भी आश्चर्य में पड़ गए. इस दौरान रस्साकस्सी की प्रतियोगिता भी आयोजित की गयी. जिसमें वाहन चालक वर्ग प्रथम, गुण नियंत्रण शाखा द्वितीय और संग्रहण शाखा तृतीय स्थान पर रही. विजेताओं का आमंत्रित अतिथियों ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया. कार्यक्रम के दौरान आयोजित प्रतियोगिताओं में सैकड़ों प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था.
मकर संक्रांति सप्ताह पर मिलन समारोह : इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ दुग्ध संघ के अध्यक्ष उमेश राय, प्रबन्ध निदेशक मो. जमीरउद्दीन सहित अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया. इसके बाद संघ के एमडी मो. जमीरउद्दीन ने आमंत्रित अतिथियों का स्वागत किया और अपने संबोधन में कहा कि मिथिला दुग्ध संघ अपने सीमित कर्मचारियों और पदाधिकारियों की बदौलत लगातार नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है. मिथिल दुग्ध संघ देश ही नहीं विदेश में भी अपनी पहचान स्थापित की है.
"संघ की देश और विदेश में विशेष पहचान": संघ के अध्यक्ष उमेश राय ने अपने संबोधन में कहा कि संघ अपने सम्मानित किसानो की बेहतरी के लिए अनेक कार्यक्रम चला रहा है. उन्होंने दुग्ध उत्पादकों से नये तकनीक का उपयोग कर दुग्ध उत्पादन के लक्ष्य को छूने के लिए किसानों का आह्वान किया. साथ ही संघ के सभी कर्मचारी व पदाधिकारियों के कार्य की पूर्ण रूप से प्रशंसा करते हुये उनका आभार व्यक्त किया.