समस्तीपुर: राज्यभर में इंसेफेलाइटिस का कहर जारी है. वहीं मुजफ्फरपुर के बाद समस्तीपुर में भी इसका प्रकोप देखने को मिल रहा है. रोजाना दो से तीन चमकी बुखार से पीड़ित बच्चे इंसेफेलाइटिस वार्ड में भर्ती हो रहे हैं. इन सब के बावजूद कोई भी मंत्री सदर अस्पताल के इंसेफेलाइटिस वार्ड में भर्ती बच्चों की सुध लेने नहीं पहुंचे.
ऐसे में रोसड़ा से विधायक कांग्रेस डॉ.अशोक राम ने सदर अस्पताल के इंसेफेलाइटिस वार्ड का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने सरकार पर जमकर अपनी भड़ास निकाली. विधायक ने भर्ती बच्चों के परिजनों से उनका हालचाल पूछा. वहीं, ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों और नर्स से भी बातचीत कर वहां की व्यवस्था के बारे में जाना.
विधायक ने किया निरीक्षण
निरीक्षण के बाद विधायक ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार संवेदनहीन हो गई है. समस्तीपुर जिले में मेडिकल कॉलेज की आवश्यकता थी, लेकिन आज तक उसे नहीं बनाया गया. उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर जिले के बाद सबसे ज्यादा इफेक्टिव समस्तीपुर जिला हुआ है. यहां भी लगातार बच्चों की मौत हो रही है. लेकिन सरकार या उनके नुमाइंदे यहां की सुध नहीं ली.
बीमारी का कारण जलस्तर में कमी
उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि सभी लोग लीची पर अपना ठीकरा फोड़ना चाह रहे हैं. जबकि मैं भी पेशे से डॉक्टर हूं. इस बीमारी का कारण जलस्तर में कमी होना है. डॉ अशोक राम के साथ जिला अध्यक्ष अबू तमीम और प्रदेश अध्यक्ष तरुण कुमार सहित जिले के कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे. इन लोगों ने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर से बात किया और बेहतर से बेहतर व्यवस्था देने को लेकर दबाव बनाया.
सत्तारूढ़ दल के नेता गायब
बता दें कि समस्तीपुर जिले में दस विधानसभा में कल्याणपुर, सरायरंजन, हसनपुर, विभूतिपुर, मोरवा, वारिसनगर में सत्तारूढ़ दल के नेता काबिज हैं. लेकिन उन्हें समय नहीं मिला है कि सदर अस्पताल के इंसेफेलाइटिस वार्ड में आकर पीड़ित बच्चों के परिजन से मिलकर उनकी हालात को जानें. स्वास्थ्य व्यवस्था को और मजबूत करें. इसको लेकर भी विपक्षी नेताओं में आक्रोश देखने को मिल रहा है.