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समस्तीपुर: कुरेड़ी समाज की अदालत में भीड़ के बीच आरोपियों को दी गई कड़ी सजा

कुरियाड़ महासंघ के अध्यक्ष कमल करोड़ी ने कहा कि यह परंपरा मुगलकाल से चली आ रही है. हमारे यहां पुलिस भी है, जज भी है, वकील भी है और हमलोग न्याय के आधार पर फैसला करते हैं.

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Published : Jul 22, 2019, 10:54 PM IST

समस्तीपुर: जिले में कुरेड़ी समाज का महापंचायत लगा. इसमें समाज की खुद की पुलिस और खुद के जज ने इस समाज के दोषी महिला पुरुष को भीड़ के सामने सजा दिया. दोषी महिला पुरूष को खंभे में बांधकर चेहरे पर कालिख पोत कर सबके सामने सजा दी गयी.

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खंभे से बांधकर आरोपी को दी गई सजा

जिला मुख्यालय से महज दो किलोमीटर के दूरी पर कुरेड़ी समाज का महापंचायत लगा. शंभुपट्टी के हाट के मैदान में लगे इस महापंचायत में हजारों लोगों के सामने कुरेड़ी समाज के पुलिस आरोपी पुरुष और महिला को लाते थे. इसके बाद इस समाज के तैनात 32 जज ऑन द स्पॉट उनके सजा का एलान कर रहे थे. सजा ऐसी थी कि आरोपी को भीड़ के बीच चेहरे पर चुना कालिख पोत कर खंभे में बांधा जाता था, उसके सर पर बेल बांध दिया जाता था. यही नहीं जिस महिला के ऊपर आरोप सिद्ध होते थे, उनके साथ भी कुछ ऐसा ही बर्ताव किया जा रहा था.

samastipur
आरोपी को सजा देती कुरेड़ी समाज की पुलिस

कुरियाड़ महासंघ के अध्यक्ष ने दी जानकारी
इस महापंचायत और इनके अदालत पर दी जाने वाली सजा पर घुमन्तु खानाबदोश कुरियाड़ महासंघ के अध्यक्ष कमल करोड़ी ने कहा कि यह परंपरा मुगलकाल से चली आ रही है. हमारे यहां पुलिस भी है, जज भी है, वकील भी है और हमलोग न्याय के आधार पर फैसला करते हैं. उन्होंने कहा कि हमारा जो आप यह कानून देखते हैं, इसमें इंसाफ होता है दुध का दुध पानी का पानी. हमारे यहां कोई बिकता नहीं है.

समस्तीपुर से खास रिपोर्ट

25 वर्षों के बाद कुरेड़ी समाज का लगा है महापंचायत
गौरतलब है कि जिले में लगभग 25 वर्षों के बाद कुरेड़ी समाज का यह महापंचायत लगा है. जिसमें बिहार के लगभग 20 से अधिक जिले के 25 हजार से अधिक कुरेड़ी यंहा पंहुचे है. वंही यह महापंचायत और अदालत अगले 25 जुलाई तक यंहा इसी प्रकार लगेगा. इस महापंचायत में आरोपी पर 50 हजार से लेकर ढ़ाई लाख तक के जुर्माना का भी प्रवधान है.

समस्तीपुर: जिले में कुरेड़ी समाज का महापंचायत लगा. इसमें समाज की खुद की पुलिस और खुद के जज ने इस समाज के दोषी महिला पुरुष को भीड़ के सामने सजा दिया. दोषी महिला पुरूष को खंभे में बांधकर चेहरे पर कालिख पोत कर सबके सामने सजा दी गयी.

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खंभे से बांधकर आरोपी को दी गई सजा

जिला मुख्यालय से महज दो किलोमीटर के दूरी पर कुरेड़ी समाज का महापंचायत लगा. शंभुपट्टी के हाट के मैदान में लगे इस महापंचायत में हजारों लोगों के सामने कुरेड़ी समाज के पुलिस आरोपी पुरुष और महिला को लाते थे. इसके बाद इस समाज के तैनात 32 जज ऑन द स्पॉट उनके सजा का एलान कर रहे थे. सजा ऐसी थी कि आरोपी को भीड़ के बीच चेहरे पर चुना कालिख पोत कर खंभे में बांधा जाता था, उसके सर पर बेल बांध दिया जाता था. यही नहीं जिस महिला के ऊपर आरोप सिद्ध होते थे, उनके साथ भी कुछ ऐसा ही बर्ताव किया जा रहा था.

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आरोपी को सजा देती कुरेड़ी समाज की पुलिस

कुरियाड़ महासंघ के अध्यक्ष ने दी जानकारी
इस महापंचायत और इनके अदालत पर दी जाने वाली सजा पर घुमन्तु खानाबदोश कुरियाड़ महासंघ के अध्यक्ष कमल करोड़ी ने कहा कि यह परंपरा मुगलकाल से चली आ रही है. हमारे यहां पुलिस भी है, जज भी है, वकील भी है और हमलोग न्याय के आधार पर फैसला करते हैं. उन्होंने कहा कि हमारा जो आप यह कानून देखते हैं, इसमें इंसाफ होता है दुध का दुध पानी का पानी. हमारे यहां कोई बिकता नहीं है.

समस्तीपुर से खास रिपोर्ट

25 वर्षों के बाद कुरेड़ी समाज का लगा है महापंचायत
गौरतलब है कि जिले में लगभग 25 वर्षों के बाद कुरेड़ी समाज का यह महापंचायत लगा है. जिसमें बिहार के लगभग 20 से अधिक जिले के 25 हजार से अधिक कुरेड़ी यंहा पंहुचे है. वंही यह महापंचायत और अदालत अगले 25 जुलाई तक यंहा इसी प्रकार लगेगा. इस महापंचायत में आरोपी पर 50 हजार से लेकर ढ़ाई लाख तक के जुर्माना का भी प्रवधान है.

Intro:जिले में कुरेड़ी समाज का लगा महापंचायत , खुद की पुलिस , खुद के जज ने इस समाज के दोषी महिला पुरुष को भीड़ के सामने दिया सजा । खंबे में बांधकर इन दोषी महिला पुरूष को चेहरे पर कालिख पोत सबके सामने दी गयी सजा ।


Body:जिला मुख्यालय से महज दो किलोमीटर के दूरी पर कुरेड़ी समाज का लगा महापंचायत । शंभुपट्टी के हाट के मैदान में लगे इस महापंचायत में हजारों लोगों के सामने इस कुरेड़ी समाज के पुलिस आरोपी पुरुष व महिला को लाते , वंही इसके तैनात 32 जज ऑन स्पोर्ट उनके सजा का एलान कर रहे थे । सजा यैसी की , आरोपी को भीड़ के बीच चेहरे पर चुना कालिख पोत कर खंबे में बांधा जाता था , उनके सर पर बेल बांध दिया जाता था । यही नही जिस महिला के आरोप सिद्ध होते , उनके साथ भी कुछ यैसा ही वर्ताव किया जाता । वैसे इस महापंचायत व इनके अदालत पर दी जाने वाली इस सजा पर घुमन्तु खानाबदोश कुरियाड़ महासंघ के अध्यक्ष ने कहा की , यह परंपरा मुगलकाल से चली आ रही है ।

बाईट - कमल करोड़ी , अध्यक्ष , कुरियाड़ महासभा ।


Conclusion:गौरतलब है की , जिले में लगभग 25 वर्षो के बाद कुरेड़ी समाज का यह महापंचायत लगा है। जिसमे बिहार के लगभग 20 से अधिक जिले के 25 हजार से अधिक कुरेड़ी यंहा पंहुचे है । वंही यह महापंचायत व अदालत अगले 25 जुलाई तक यंहा इसी प्रकार लगेगा । यही नही इस महापंचायत में आरोपी पर 50 हजार से लेकर ढाई लाख तक के जुर्माना का प्रवधान है ।

अमित कुमार की रिपोर्ट ।
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