समस्तीपुर: जिले में कुरेड़ी समाज का महापंचायत लगा. इसमें समाज की खुद की पुलिस और खुद के जज ने इस समाज के दोषी महिला पुरुष को भीड़ के सामने सजा दिया. दोषी महिला पुरूष को खंभे में बांधकर चेहरे पर कालिख पोत कर सबके सामने सजा दी गयी.
जिला मुख्यालय से महज दो किलोमीटर के दूरी पर कुरेड़ी समाज का महापंचायत लगा. शंभुपट्टी के हाट के मैदान में लगे इस महापंचायत में हजारों लोगों के सामने कुरेड़ी समाज के पुलिस आरोपी पुरुष और महिला को लाते थे. इसके बाद इस समाज के तैनात 32 जज ऑन द स्पॉट उनके सजा का एलान कर रहे थे. सजा ऐसी थी कि आरोपी को भीड़ के बीच चेहरे पर चुना कालिख पोत कर खंभे में बांधा जाता था, उसके सर पर बेल बांध दिया जाता था. यही नहीं जिस महिला के ऊपर आरोप सिद्ध होते थे, उनके साथ भी कुछ ऐसा ही बर्ताव किया जा रहा था.
कुरियाड़ महासंघ के अध्यक्ष ने दी जानकारी
इस महापंचायत और इनके अदालत पर दी जाने वाली सजा पर घुमन्तु खानाबदोश कुरियाड़ महासंघ के अध्यक्ष कमल करोड़ी ने कहा कि यह परंपरा मुगलकाल से चली आ रही है. हमारे यहां पुलिस भी है, जज भी है, वकील भी है और हमलोग न्याय के आधार पर फैसला करते हैं. उन्होंने कहा कि हमारा जो आप यह कानून देखते हैं, इसमें इंसाफ होता है दुध का दुध पानी का पानी. हमारे यहां कोई बिकता नहीं है.
25 वर्षों के बाद कुरेड़ी समाज का लगा है महापंचायत
गौरतलब है कि जिले में लगभग 25 वर्षों के बाद कुरेड़ी समाज का यह महापंचायत लगा है. जिसमें बिहार के लगभग 20 से अधिक जिले के 25 हजार से अधिक कुरेड़ी यंहा पंहुचे है. वंही यह महापंचायत और अदालत अगले 25 जुलाई तक यंहा इसी प्रकार लगेगा. इस महापंचायत में आरोपी पर 50 हजार से लेकर ढ़ाई लाख तक के जुर्माना का भी प्रवधान है.