सहरसा: राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता सह राज्य सभा सांसद मनोज झा सीएए के विरोध-समर्थन में चल रहे अनशन में शामिल होने के लिये सहरसा बस्ती पहुंचे. यहां पर पिछले एक महीने से दिल्ली के शाहीनबाग के तर्ज पर अनशन जारी है. मौके पर उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों के विरोध के कारण आज सरकार के बोल बदलने लगे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार को हर हाल में सीएए कानून को वापस लेना पड़ेगा.
'अहंकार और हठधर्मिता से ऊपर केंद्र सरकार'
राजद नेता मनोज झा ने कहा कि सीएए के खिलाफ परे देश ने विरोध-प्रदर्शन जारी है. यह विरोध-प्रदर्शन अब धीरे-धीरे हिंसक रूप लेने लगा है. उन्होंने कहा कि सरकार इस कानून से एक इंच भी पीछे नहीं हटने की बात करती है. वहीं, गृहंमंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि अहंकार और हठधर्मिता की एक सीमा होती है. देश के गृहमंत्री अलोकतांत्रिक भाषा का प्रयोग कर रहें हैं.
'तेजस्वी यादव की हुई जीत'
मनोज झा ने कहा कि एनआरसी और एनपीआर प्रस्ताव विधानसभा में प्रस्ताव पारित होना राजद नेता तेजस्वी यादव की जीत है. उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने जिस तरह से इस मुद्दे के खिलाफ विधानसभा से लेरक सड़क तक लड़ाई लड़ी वह सराहनीय है. वहीं, केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकतंत्र में तानाशाही नहीं चलती है. तानाशाही के कारण जनता ने 45 साल पहले इमरजेंसी लागू करने वाले सरकार को खारिज कर दिया था.
'भारत को इजराइल मत बनाएं'
राज्य सभा सांसद मनोज झा ने कहा कि एनपीआर और एनआरसी पर बिहार विधानसभा ने फैसला ले लिया है. राजद नेता ने प्रधानमंत्री मोदी से अपील करते हुए कहा कि यह मुल्क गांधी और नेहरू का है. यहां के लोग एक साथ ईद और होली मनाते हैं. इसलिए इस देश को इजराइल बनाने से बचाएं. दिल्ली में जो हो रहा है, इसके जिम्मेवार विभिन्न पार्टियों के नेताओं के बयान हैं. उन्होंने कहा कि भड़काऊ बयान देने वालों के खिलाफ एक कठोर कानून बनाया जाए और उनपर सख्त कार्रवाई हो.