सहरसा: बिहार में शराबबंदी के बावजूद शराब का कारोबार चोरी छिपे जारी है. ऐसे में पुलिस ने उत्पाद विभाग के साथ मिलकर दो ऐसे कुत्तों को रखा है. जो शराब कारोबारियों का खेल खराब करने में सक्षम हैं. इन दोनों कुत्तों को जैबी और रॉकी के नाम से जाना जाता है.
सूंघ कर शराब की पहचान
जैबी और रॉकी मिट्टी के नीचे तीन फीट तक दबी शराब हो या फिर तस्करी के लिए गाड़ी में छिपाकर रखी गई शराब, सबको सूंघ कर उसकी पहचान कर देती है. इससे अब जिले में चलाए जा रहे शराब भठ्ठियों का आसानी से भंडाफोड़ किया जा सकता है.
हैदराबाद में मिला प्रशिक्षण
इस संबध में पुलिस लाइन के कर्मचारी ने बताया कि बिहार सरकार के शराब विरोधी नीति की सफलता के लिए इन्हें तैयार किया गया है. इनका प्रशिक्षण हैदराबाद में बिहार सरकार द्वारा कराया गया है़.
शराब माफिया की नहीं है खैर
जैबी और रॉकी को शराब सूंघने में विशेष महारथ हासिल है. यह किसी भी प्रकार के शराब देशी हो या विदेशी सूंघ कर इंगित कर देता है. पुलिस ने बताया कि इसके आ जाने से कोशी इलाके में शराब माफिया की खैर नहीं है.
गोल्ड मेडल से भी सम्मानित
इन दोनों के नजर से कोई भी शराब माफिया बच नहीं सकता है. अपनी इस विशिष्ट प्रतिभा के लिए जैबी और रॉकी को गोल्ड मेडल से भी सम्मानित किया जा चुका है.