सहरसा: सुपरकॉप शिवदीप लांडे (IPS Shivdeep Lande) उन आईपीएस अफसरों में शामिल हैं जिनके नाम से अपराधियों के पैर कांपते हैं. कोसी रेंज के डीआईजी शिवदीप लांडे शिवदीप लांडे (Saharsa DIG Shivdeep Lande) एक बार फिर चर्चा में हैं. दरअसल, शिवदीप लांडे बिहार के सहरसा में एक थाने के नए भवन का उद्घाटन करने पहुंचे थे. लेकिन, जब थाने के भवन का उद्घाटन (Shivdeep lande inaugurated police station) करने की बारी आयी तो इस सुपरकॉप ने ऐसा कर दिया, जिसे सुनकर आप भी कहेंगे, वाह! बहुत खूब.
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DIG शिवदीप लांडे की अनोखी पहल : दरअसल, बिहार के सहरसा जिले में एक अनोखी तस्वीर उस वक्त देखने को मिली जब कोसी रेंज के डीआईजी शिवदीप लांडे (Shivdeep Lande a Supercop) नए थाने का उद्घाटन करने के लिए शुक्रवार को पहुंचे हुए थे. उनके साथ सहरसा की एसपी लिपि सिंह भी साथ थीं. लेकिन जब बारी उद्घाटन की आई तो डीआईजी शिवदीप लांडे ने एक महिला सिपाही बबिता कुमारी और चौकीदार मो कबीर आलम (Inauguration of police station by female constable and watchman) को आगे बढ़ाया. उन्होंने दोनों के हाथों से थाने के भवन का उद्घाटन करवाया. ये सब देखकर थाने की महिला सिपाही और चौकीदार भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि किसी भी पुलिस पदाधिकारियों ने ऐसी इज्जत आज तक नहीं दी.
''मैं बहुत ही हैरान हूं. मैने ये सोचा भी नहीं था कि ऐसा होगा. ये मेरे लिए किसी सपने से कम नहीं है. मेरे लिए ये हाई लेवल जैसा था. मैं शुक्रिया कहना चाहूंगी DIG साहब शिवदीप लांडे का, जिन्होंने हम जैसे छोटे पद वालों को इतनी अहमियत दी'' - बबिता कुमारी, महिला सिपाही
क्यों भावुक हुए सिपाही-चौकीदार? : थाने के उद्घाटन के दौरान महिला सिपाही ने इस वाकये को अप्रत्याशित बताते हुए कहा कि उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि इतने छोटे कर्मचारी से थाने का उद्घाटन करवाया जाएगा. मैं इसके लिए धन्यवाद करना चाहती हूं डीआईजी सर का. वहीं चौकीदार से जब थाने के उद्घाटन से जुड़े अनुभव को मीडिया कर्मियों ने पूछा तो मो. कबीर आलम की आंखें डबडबा गईं.
''ये बड़ी भाग्य की बात थी कि डीआईजी साहब मेरा हाथ पकड़कर थाने का उद्घाटन करवाए. उस दौरान मुझे अच्छा लगा कि एसपी मैडम और डीआईजी साहब दोनों ने पकड़कर इस नेक काम का उद्घाटन मेरे हाथों से करवाया'' - मो कबीर आलम, चौकीदार
कोसी क्षेत्र के डीआईजी हैं शिवदीप लांडे: शिवदीप लांडे 5 साल बाद महाराष्ट्र से अपना कार्यकाल पूरा कर बिहार लौटे हैं. फिलहाल अब शिवदीप लांडे को कोसी क्षेत्र का डीआईजी बनाया गया है. शिवदीप लांडे इससे पहले मुंगेर, सहरसा, रोहतास और पटना में बतौर पुलिस अधीक्षक रह चुके हैं. अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई को लेकर वे अक्सर चर्चा में बने रहते थे.
शिवदीप के नाम से कांपते हैं अपराधी : शिवदीप वामन राव लांडे का नाम बिहार के लिए नया नहीं हैं. बिहार कैडर के 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे यहां अपनी तैनाती के दौरान हमेशा चर्चाओं में रहे हैं. आईपीएस के तौर पर मुंगेर जिले से अपने करियर की शुरूआत करने वाले इस अधिकारी के नाम से अपराधी कांपते हैं. कर्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी व मानवता के लिए किये गये उनके काम भी लोगों को याद है. राजधानी पटना में करीब दस महीने के अपने कार्यकाल में नकली उत्पाद विक्रेताओं सहित बड़े-बड़े दवा-माफियाओं और जाली नोट के कारोबारियों के खिलाफ मुहिम चलाया था.
बेलमाग बालू और पत्थर माफियाओं पर नकेल : शिवदीप लांडे एसटीएफ के अलावा पटना के सिटी एसपी, रोहतास और अररिया में एसपी के पद पर योगदान दे चुके हैं. वे सबसे पहले मुंगेर के एसपी बने थे. उसके बाद पटना में सिटी एसपी बनाये गये थे. उन्होंने पटना में ट्रैफिक एसपी के पद पर भी काम किया था. शिवदीप लांडे ने लहरियाकट बाइकर्स के खिलाफ विशेष अभियान चलाया था. बाइक पर हेलमेट लगाकर नहीं चलने वालों के खिलाफ उनके एक्शन से हड़कंप मच गया था. रोहतास में तैनाती के दौरान उन्होंने बेलमाग बालू और पत्थर माफियाओं की नकेल कस दी थी. लांडे ने कई माफिया को दबोच कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया था. अपने इस काम चलते के काफी चर्चा में आए थे.
अपराधियों के खिलाफ चलाया था अभियान : वहीं, PMCH के पास अशोक राजपथ पर एक कपड़ा शोरूम के मालिक की हत्या के बाद जब अपराधियों के भय से व्यवसायियों ने दुकानें बंद कर दी थी, तब लांडे ने उसे दबोच कर पीएमसीएच गेट पर सरेराह पिटाई की थी. जिसके बाद इलाके की सारी दुकानें खुल गई. पटना के एसपी रहने के दौरान शिवदीप लांडे को फोन पर जानकारी मिली कि शहर में यूपी पुलिस के एक दारोगा सर्वचंद घूस ले रहे हैं. वे अपनी पहचान छिपाने के लिए गमछा डालकर निकले और इंस्पेक्टर सर्वचंद को रिश्वत लेने के आरोप में पकड़ लिया था. हालांकि सबूतों के अभाव में इंस्पेक्टर सर्वचंद्र को बाद में छोड़ दिया गया था.
तबादले पर रो पड़े थे लोग, निकाला था कैंडल मार्च : शिवदीप लांडे लोकप्रियता ऐसी थी कि जब उनका ट्रांसफर पटना सिटी एसपी से पुलिस हेड क्वॉर्टर में कर दिया था तब लोग इसके विरोध में सड़कों पर उतर आये थे. गांधी मौदान से लेकर डाकबंगला चौराहा तक कैंडल मार्च भी निकाला गया था. यही नहीं, गांधी मैदान स्थित उनके ऑफिस में पहुंच कर लोग रोने लगे थे.
शिवदीप लांडे एक सुपरकॉप: 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी शिवदीप वामनराव लांडे जब बिहार में एसटीएफ के एसपी के पद पर तैनात थे, तब वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर महाराष्ट्र चले गए थे. 14 नवंबर 2016 को शिवदीप लांडे को बिहार सरकार ने महाराष्ट्र भेज दिया था. महाराष्ट्र में लांडे को सबसे पहले महाराष्ट्र पुलिस के क्राइम ब्रांच में काम करने का मौका मिला. बाद में प्रोन्नति पाकर एटीएस में डीआईजी के पद तक पहुंचे. महाराष्ट्र में पांच साल गुजारने के बाद वे पटना लौटे और उन्हें कोसी रेंज का डीआईजी बने.
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