सहरसा: आजीवन कारावास में बंद पूर्व सांसद आनंद मोहन कोर्ट में पेशी के दौरान सबके सामने एक नए रूप में आए हैं. पूर्व सांसद अपने समर्थकों के बीच हाथों में अपनी तीसरी पुस्तक “गांधी कैक्टस के फूल” लिए कोर्ट परिसर में दिखे. इस दौरान उन्होंने कोर्ट परिसर में पुस्तक में लिखित कविताएं भी सुनाईं.
30 जनवरी को होगा पुस्तक का विमोचन
मंडल कारा सहरसा से व्यवहार न्यायालय एक केस में पेशी के लिए पहुंचे पूर्व सांसद कवि के रूप में नजर आए. इस दौरान उन्होंने परिसर में कविताएं सुनाईं. उन्होंने बताया कि “गांधी कैक्टस के फूल” का विमोचन बापू बलिदान दिवस पर बापू सभागार में 30 जनवरी को होना है. जिसमे देश के जाने माने कवि, लेखक और साहित्यकार जुटेंगे. बताते चलें कि इससे पहले भी आनंद मोहन की दो पुस्तक "कैद में आजाद कलम" और "स्वाधीन अभिव्यक्ति का विमोचन हो चुका है.
इस मामले में सजा काट रहे हैं सांसद
बतातें चले कि पूर्व सांसद की एक कविता सी.बी.एस.ई की आठवीं क्लास की हिंदी की नई पुस्तक मधुरिका हिंदी पाठमाला में पर्वत पुरुष दशरथ को शामिल किया गया है. देशभर के बच्चे अब पूर्व सांसद को कवि के रूप में जानने लगे हैं. बता दें कि पूर्व सांसद आनंद मोहन गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया हत्या कांड मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं. फिलहाल सहरसा मंडल कारा में बंद है.