सहरसा: बिहार के सहरसा जिले के महिषी प्रखंड अंतर्गत बोहरवा में राष्ट्रीय एकता एवं शिक्षा जागरूकता का आयोजन (Education Awareness Program organized in Saharsa) किया गया. जिसमें राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दिकी, बिहार सरकार के कानून मंत्री शमीम अहमद शामिल हुए. इस आयोजन में शामिल बिहार सरकार के कानून मंत्री शमीम अहमद (Law Minister Shamim Ahmed) ने प्रशांत किशोर पर तंज कसते हुए कहा कि उनका बयाय जिसमें उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा से मिले हुए हैं, सरासर गलत है. कानून मंत्री ने उनके इस बयान को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ये सब फालतू की बात है. प्रशांत किशोर कोई राजनेता नहीं हैं, वो एक सलाहकार हैं, जो भी कोई पार्टी सलाह लेता है, वो उसको सलाह देते रहते हैं.
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'आप डेली देख रहे हैं कि एक सप्ताह में रोज ही कुछ न कुछ नियुक्ति पत्र बांटा जा रहा है. बच्चे हमारे रोजगार की तरफ जा रहे हैं. डायरेक्ट नोकरियां दी जा रही है. यहां पर महागठबंधन की सरकार बनी है. इस महागठबंधन के मुखिया नीतीश कुमार जी हैं, युवाओं के आईकॉन उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव जी हैं और सामाजिक न्याय के योद्धा माननीय लालू प्रसाद यादव जी हैं. जिनके हाथ में बिहार है, और महागठबंधन की सरकार है.' - शमीम अहमद, कानून मंत्री
'युवाओं के आईकॉन हैं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव' : कानून मंत्री ने बिहार में युवाओं को रोजगार देने की सरकार की वादे को भुनाते हुए कहा कि हमारी सरकरा रोजाना युवाओं को नौकरी दे रही है. उन्होंने रोजगार को लेकर कहा कि माननीय तेजश्वी यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने 10 लाख नहीं 20 लाख लोगों को रोजगार देंगे. इसपर बिहार चल पड़ा है. जदयू के सांसद दिनेश चंद्र यादव, जदयू विधायक गूंजेस्वर साह, पूर्व मंत्री राजद के अशोक कुमार सिंह सहित कई नेता इस कार्यक्रम में शामिल हुए. गौरतलब है कि राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Election Strategist Prashant Kishor) ने दावा किया था कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संपर्क में हैं और अगर स्थिति की मांग हुई तो वह फिर से उस पार्टी के साथ गठजोड़ कर सकते हैं. नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यू) ने उनकी इस टिप्पणी को खारिज करते हुए इसे भ्रामक बताया और कहा कि इसका मकसद भ्रम फैलाना है.
हरिवंश के जरिए रास्ता खुला है: प्रशांत किशोर इन दिनों बिहार में पदयात्रा कर रहे हैं और उनकी इस यात्रा को सक्रिय राजनीति में आने के पहले के कदम के तौर पर देखा जा रहा है. उन्होंने एजेंसी से कहा कि नीतीश कुमार ने जेडीयू सांसद और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश के जरिए बीजेपी के साथ संवाद के लिए एक रास्ता खुला रखा है. इस संबंध में हरिवंश को उनकी प्रतिक्रिया के लिए भेजे गए सवाल का कोई जवाब नहीं मिला. लेकिन उनकी पार्टी ने इस दावे को खारिज करते हुए जोर दिया कि कुमार फिर कभी बीजेपी से हाथ नहीं मिलाएंगे.