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सहरसा में अपर जिला सत्र न्यायाधीश के साथ साइबर ठगी, खाते से 10 हजार रुपये की अवैध निकासी

सहरसा में साइबर अपराध (Cyber Crime in Saharsa ) का मामला सामने आया है. अपर जिला सत्र न्यायाधीश के खाते से 10 हजार रुपये की अवैध निकासी कर ली गई. बिजली विभाग का अधिकारी बन ठगों ने जज के साथ साइबर फ्राॅड किया. सेशन जज ने इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई है.

सहरसा में सेशन जज के साथ साइबर ठगी
सहरसा में सेशन जज के साथ साइबर ठगी
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Published : Nov 16, 2022, 12:37 PM IST

सहरसा: बिहार के सहरसा में अपर जिला सत्र न्यायाधीश के साथ साइबर ठगी (Cyber fraud with Sessions Judge in Saharsa ) का मामला सामने आया है. यहां सेशन जज के खाते से 10 हजार रुपये की अवैध निकासी कर ली गई. साइबर अपराधियों ने बिजली विभाग का अधिकारी बनकर जज को चूना लगाया. स्थानीय व्यवहार न्यायालय के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश पंचम सुवीर कुमार को साइबर ठगों ने अपना निशाना बनाया है. इस ठगी को लेकर जज ने मामला दर्ज करा दिया है.

ये भी पढ़ेंः पटना यूनिवर्सिटी के कैशियर के साथ साइबर फ्रॉड, गर्लफ्रेंड के चक्कर में 12 लाख गंवाया

बिजली विभाग के अधिकारी बन ठग लिया पैसाः दरअसल, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के मोबाइल पर ठगों ने बिजली विभाग का अधिकारी बनकर मैसेज भेजा. फिर मैसेज में दिए गए नंबर पर फोन किए जाने पर बिजली अधिकारी बनकर बिजली बिल जमा नहीं होने के कारण बिजली कट जाने की जानकारी दी. फिर उनसे लिंक भेज कर 100 रुपए का रिचार्ज करवाया गया. स्मार्ट प्रीपेड मीटर पर किए गए रिचार्ज के तुरंत बाद उनके खाते से बिना उनकी मर्जी और बिना ओटीपी नंबर या अकाउंट नंबर बताए ही कुल 9 हजार 999 रुपए की अवैध निकासी कर ली गई. हालांकि, उन्होंने तुरंत अपने खाता को बंद करवाया. इससे अधिक रकम नहीं निकल पाई.

"मोबाइल पर अनजान मोबाइल नंबर - 6372949682 से एक मैसेज आया था. इसमें जानकारी दी गई कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर के बिजली का बिल बकाया है. इसका भुगतान तुरंत किया जाए. इसके बाद क्विक सपोर्ट लिंक भेजा गया. उस लिंक से एक सौ रुपए का रिचार्ज बिजली विभाग के स्मार्ट प्री पेड मीटर के नाम पर करवाया. इसके तुरंत बाद मेरे खाते से 10 हजार रुपये की निकासी कर ली गई "- सुवीर कुमार, अपर जिला सत्र न्यायाधीश, सहरसा

प्रीपेड मीटर रिचार्ज कराते की खाता से निकल गया 10 हजार रुययाः सेशन जज ने सदर थाना में शिकायत देते हुए बताया कि उनके मोबाइल पर अनजान मोबाइल नंबर - 6372949682 से एक मैसेज आया था. इसमें उन्हें जानकारी दी गई कि उनके स्मार्ट प्रीपेड मीटर के बिजली का बिल बकाया है. इसका भुगतान तुरंत किया जाए, नहीं तो उनकी बिजली बंद कर दी जाएगी. ऐसे में उन्होंने उक्त नंबर पर कॉल किया. इसके बाद उन्हें क्विक सपोर्ट लिंक भेजा गया. फिर उनसे उक्त लिंक से एक सौ रुपए का रिचार्ज बिजली विभाग के स्मार्ट प्री पेड मीटर के नाम पर करवाई गई, लेकिन इसके तुरंत बाद उनके बैंक खाते से उक्त रकम निकल गई. सदर थाना अध्यक्ष सुधाकर कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है. साइबर सेल द्वारा उस नंबर को खोजा जा रहा है. जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.

"बिजली विभाग का अधिकारी बन अपर जिला सत्र न्यायाधीश के साथ साइबर ठगी का मामला सामने आया है. इसको लेकर मामला दर्ज कर लिया गया है. साइबर सेल द्वारा उस नंबर को खोजा जा रहा है. जल्द ही कार्रवाई की जाएगी" - सुधाकर कुमार, थानाध्यक्ष, सदर थाना

सहरसा: बिहार के सहरसा में अपर जिला सत्र न्यायाधीश के साथ साइबर ठगी (Cyber fraud with Sessions Judge in Saharsa ) का मामला सामने आया है. यहां सेशन जज के खाते से 10 हजार रुपये की अवैध निकासी कर ली गई. साइबर अपराधियों ने बिजली विभाग का अधिकारी बनकर जज को चूना लगाया. स्थानीय व्यवहार न्यायालय के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश पंचम सुवीर कुमार को साइबर ठगों ने अपना निशाना बनाया है. इस ठगी को लेकर जज ने मामला दर्ज करा दिया है.

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बिजली विभाग के अधिकारी बन ठग लिया पैसाः दरअसल, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के मोबाइल पर ठगों ने बिजली विभाग का अधिकारी बनकर मैसेज भेजा. फिर मैसेज में दिए गए नंबर पर फोन किए जाने पर बिजली अधिकारी बनकर बिजली बिल जमा नहीं होने के कारण बिजली कट जाने की जानकारी दी. फिर उनसे लिंक भेज कर 100 रुपए का रिचार्ज करवाया गया. स्मार्ट प्रीपेड मीटर पर किए गए रिचार्ज के तुरंत बाद उनके खाते से बिना उनकी मर्जी और बिना ओटीपी नंबर या अकाउंट नंबर बताए ही कुल 9 हजार 999 रुपए की अवैध निकासी कर ली गई. हालांकि, उन्होंने तुरंत अपने खाता को बंद करवाया. इससे अधिक रकम नहीं निकल पाई.

"मोबाइल पर अनजान मोबाइल नंबर - 6372949682 से एक मैसेज आया था. इसमें जानकारी दी गई कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर के बिजली का बिल बकाया है. इसका भुगतान तुरंत किया जाए. इसके बाद क्विक सपोर्ट लिंक भेजा गया. उस लिंक से एक सौ रुपए का रिचार्ज बिजली विभाग के स्मार्ट प्री पेड मीटर के नाम पर करवाया. इसके तुरंत बाद मेरे खाते से 10 हजार रुपये की निकासी कर ली गई "- सुवीर कुमार, अपर जिला सत्र न्यायाधीश, सहरसा

प्रीपेड मीटर रिचार्ज कराते की खाता से निकल गया 10 हजार रुययाः सेशन जज ने सदर थाना में शिकायत देते हुए बताया कि उनके मोबाइल पर अनजान मोबाइल नंबर - 6372949682 से एक मैसेज आया था. इसमें उन्हें जानकारी दी गई कि उनके स्मार्ट प्रीपेड मीटर के बिजली का बिल बकाया है. इसका भुगतान तुरंत किया जाए, नहीं तो उनकी बिजली बंद कर दी जाएगी. ऐसे में उन्होंने उक्त नंबर पर कॉल किया. इसके बाद उन्हें क्विक सपोर्ट लिंक भेजा गया. फिर उनसे उक्त लिंक से एक सौ रुपए का रिचार्ज बिजली विभाग के स्मार्ट प्री पेड मीटर के नाम पर करवाई गई, लेकिन इसके तुरंत बाद उनके बैंक खाते से उक्त रकम निकल गई. सदर थाना अध्यक्ष सुधाकर कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है. साइबर सेल द्वारा उस नंबर को खोजा जा रहा है. जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.

"बिजली विभाग का अधिकारी बन अपर जिला सत्र न्यायाधीश के साथ साइबर ठगी का मामला सामने आया है. इसको लेकर मामला दर्ज कर लिया गया है. साइबर सेल द्वारा उस नंबर को खोजा जा रहा है. जल्द ही कार्रवाई की जाएगी" - सुधाकर कुमार, थानाध्यक्ष, सदर थाना

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