रोहतास: जब इंसान किसी चीज को शिद्दत से पाने की जिद करता है. तो उसे भगवान का भी साथ मिलने लगता है. कुछ ऐसा ही मंजर जिले के समीर कुमार के साथ भी देखने को मिला. करगहर प्रखंड के मदन राय पीपल गांव के समीर ने बायो फ्लॉक सिस्टम द्वारा मछली उत्पादन कर मिसाल कायम कर दी है.
कुछ अलग करने की चाहत में किया मछली पालन
बता दें कि, समीर कुमार एमकॉम की पढ़ाई पूरी कर दिल्ली में एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करने लगे थे, लेकिन इससे उन्हें संतुष्टी नहीं मिली. क्योंकि उनकी सोच हमेशा कुछ अलग करने की थी. इसी सोच के कारण वह वापस अपने गांव आये और मछली पालन का काम शुरू किया. इस काम से वह अभी काफी मुनाफा कमा रहे हैं.
कम जगह में कर रहें है मछली पालन
समीर कुमार ने मछली पालन के बारे में बताया कि मछली उत्पादन की यह विधि बायो फ्लॉक सिस्टम इजराइल की एक तकनीक है. इस तकनीक के द्वारा कम जगह में ही मछली का उत्पादन किया जाता है. फिर उन्होंने अपने इस लगाए गए बायो फ्लॉक सिस्टम के बारे में बताया कि किस तरह से यह काम करता है. लोग इस तकनीक को अपनाकर कैसे कमाई कर सकते हैं.
इंटरनेट से सीखा मछली पालन का तरीका
इस बायो फ्लॉक सिस्टम को सीखने के बारे में उन्होंने बताया कि इंटरनेट के माध्यम से उसने यह तकनीक सीखी और एक-दो जगहों पर जाकर मछली पालन की ट्रेनिंग ली. उसके बाद गांव में आकर मछली पालन का काम शुरू किया. साथ ही वह लोगों को इस तकनीक के बारे में जानकारी देकर. इस रोजगार को बढ़ावा देने में मदद कर रहे हैं.