रोहतास: बिहार में बालू खनन (Sand Mining In Bihar) का काम कई महीनों के बाद चालू हो गया है. लेकिन रोहतास जिले के इंद्रपुरी इलाके के ग्रामीणों के लिए बालू खनन का कार्य परेशानी का सबब बन गया है. बालू लदे ट्रक गांव से होकर दिन रात निकलते हैं. जिससे इंद्रपुरी इलाके की सड़क पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. इलाके के शंकरपुर गांव के लोग शुक्रवार को इससे परेशान होकर सड़क पर उतर आए और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
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ग्रामीण बालू माफियाओं पर गांव की सड़क बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए कीचड़ से सने सड़क पर उतर गए और बालू घाट बंद कराने की मांग (Demand For Closure Of Sand Ghat In Rohtas) पर अड़े रहे. ग्रामीणों का कहना था कि उन्हें आने-जाने के लिए एकमात्र सिर्फ यही रास्ता है. वहीं बालू लदे वाहनों से हमेशा पानी गिरने के कारण गांव की कच्ची सड़क बर्बाद हो गई है. जिसके चलते महिलाओं और बच्चों को आने-जाने में परेशानी होती है.
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यह समस्या तकरीबन पांच-छह सालों से बनी हुई है. बार-बार अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी अब तक समस्या का हल नहीं हुआ है. अधिकारी आते हैं और बालू माफियाओं के कार्यालय में बैठकर वापस चले जाते हैं. ग्रामीणों के अनुसार बालू घाट से प्रतिदिन सैकड़ों ओवरलोडेड ट्रैक्टर, पानी टपकते ट्रक और हाईवा के पास होने से पूरे रास्ते में कीचड़ भर गया है. जिससे चलने में मुश्किलें आती हैं. वहीं जब घाट संचालक से कहा जाता है तो उनका जवाब होता है कि जहां जाना है वहां जाओ.
सूचना के बाद मौके पर पहुंची डेहरी की सर्किल ऑफिसर अनामिका कुमारी और इन्द्रपूरी थानाध्यक्ष ने किसी तरह ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराया. वहीं अनामिका कुमारी ने बताया कि जल्द ही रास्ते का निर्माण कराया जाएगा, साथ ही बालू घाट संचालक पर कार्रवाई के लिए वरीय अधिकारी को सूचित किया जाएगा.
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