रोहतास: बिहार में खस्ताहाल चिकित्सा व्यवस्था (Poor Health System) की खबर अक्सर मीडिया की सुर्खियां बनती है. आए दिन कोई न कोई तस्वीरें स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की लापरवाही की पोल खोलती है. बावजूद इसके सत्ता में बैठे हुक्मरानों और अधिकारियों को इसकी परवाह नहीं है. मानो उन्हें आम लोगों की परेशानी से कोई वास्ता ही नहीं है. ऐसा ही एक मामला जिला मुख्यालय स्थित सासाराम के सदर अस्पताल में देखने को मिला.
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दरअसल, सदर अस्पताल से लापरवाही की एक बड़ी तस्वीर सामने आई है. जहां एक भाई अपनी घायल बहन को पीठ पर लादकर अस्पताल में घूमता हुआ दिखाई दिया. उसे स्ट्रेचर तक मुहैया नहीं कराया गया. बताया जाता है कि शिवसागर थाना क्षेत्र के तेलड़ा के रहने वाले सुनील कुमार रजक की बहन बाइक से चोट लग जाने के कारण घायल हो गई थी. उसके इलाज के लिए वह किसी तरह अस्पताल पहुंचा.
अस्पताल में इस वार्ड से उस वार्ड तक एक्स-रे हाउस से लेकर रसीद काउंटर तक अपनी बहन को पीठ पर ही लेकर घूमता रहा. उसे स्ट्रेचर की सुविधा मुहैया नहीं हो सकी. किसी स्वास्थ्य कर्मी की भी नजर उस पर नहीं पड़ी. भाई स्ट्रेचर के अभाव में अपनी बहन को पीठ पर लेकर अस्पताल के परिसर में घूमता दिखाई दिया. इस संबंध में पूछने पर मरीज के भाई सुमीन कुमार रजर ने बताया कि किसी ने उन्हें साधन उपलब्ध नहीं करवाया.
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''घटनास्थल से अस्पताल तक ऑटो से अपनी बहन को लेकर सदर अस्पताल पहुंचा है. अस्पताल में जब कर्मियों से स्ट्रेचर मांगी तो उन्होंने मेरी बात को अनसुना कर दिया. मजबूरन मुझे अपनी बहन को पीठ पर लादा और डॉक्टर को दिखाने के लिए लेकर आया.''- सुनील कुमार रजक, मरीज का भाई
वहीं, पूरे मामले पर पूछे जाने पर सदर अस्पताल सासाराम के उपाधीक्षक डॉ. भगवान सिंह ने बताया कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. अगर इस तरह की बात है तो लापरवाही बरतने वाले स्वास्थ्य कर्मी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि अस्पताल में स्ट्रेचर और व्हील चेयर उपलब्ध है.