रोहतासः बिहार के सासाराम में भाजपा के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद की हिंसा मामले में गिफ्तारी (BJP MLA arresting in Sasaram violence) के बाद सियासत तेज हो गई है. इस मामले में पंचायती राज मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. बीजेपी के पूर्व विधायक की गिरफ्तार को लेकर उन्होंने कहा है कि भाजपा के पूर्व विधायक की संप्रदायिक हिंसा मामले में संलिप्तता थी. दअरसल, भारतीय जनता पार्टी के सासाराम के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद की सासाराम संप्रदायिक हिंसा मामले में गिरफ्तारी के बाद से ही इस पर सियासी बयानबाजियां शुरू हो गई है.
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साक्ष्य के साथ हुई है गिरफ्तारीः बिहार सरकार के पंचायती राज मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम ने बीजेपी के पूर्व विधायक की गिरफ्तारी पर कहा है कि बिहार पुलिस ने पूरे साक्ष्य तथा सबूत के साथ पूर्व विधायक की गिरफ्तारी की है. उन्होंने कहा कि यह गिरफ्तारी पूरी तरह से तहकीकात के बाद की गई है. पुलिस ने अपनी जांच में पाया है कि दंगा भड़काने में पूरी तरह से भाजपा के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद का हाथ रहा है. इसी मामले को लेकर उनकी गिरफ्तारी हुई है.
पूर्व विधायक के संलिप्तता का दावाः मुरारी प्रसाद गौतम ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के लोगों को बड़बड़ाने की आदत है. ऐसे में अगर भाजपा के लोग कहते हैं कि सीएम नीतीश कुमार के इशारे पर यह गिरफ्तारी हुई है तो यह गलत है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने साक्ष्य मिलने के बाद ही यह गिरफ्तारी की है. आज सासाराम के परिसदन में पंचायती राज मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए अपने विचार रखे. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सासाराम में रामनवमी के बाद हुई हिंसा को भड़काने में भाजपा के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद संलिप्त रहे हैं. इसमें कहीं से कोई शक नहीं है.
"इसमें बीजेपी के पूर्व विधायक की संलिप्तता थी. किसी के इशारे पर गिरफ्तारी नहीं हुई है, बल्कि पूरे साक्ष्य और सबूत के साथ गिरफ्तारी की गई है. बीजेपी वालों की तो आदत है ऐसे ही बड़बड़ाने की. अगर भाजपा के लोग कहते हैं कि सीएम नीतीश कुमार के इशारे पर यह गिरफ्तारी हुई है तो यह गलत है"- मुरारी प्रसाद गौतम, पंचायती राज मंत्री, बिहार सरकार।