रोहतास: जिले में पिछले कई दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है, जिसके वजह से नौहट्टा प्रखंड के जंगरेहवा नदी में आई बाढ़ के चलते अनुमंडल क्षेत्र के नौहट्टा-यदुनाथपुर सड़क 15 फीट की चौड़ाई में बह गई. इससे आधा दर्जन गांवों का प्रखंड और जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है.
एक वर्ष से चल रहा है सड़क निर्माण कार्य
निर्माण विभाग द्वारा तिउरा बेराई धाम से यदुनाथपुर तक सड़क निर्माण कार्य एक वर्ष से चल रहा है. गत वर्ष भी नदी के तेज बहाव के चलते यह सड़क टूट गई थी और 15 दिनों तक आवागमन लगातार प्रभावित हो गया था. इसके बावजूद इस वर्ष बरसात आने के एक माह पूर्व कार्य प्रारंभ किया गया. नौहट्टा प्रखंड वासियों के लिए अति महत्वपूर्ण इस सड़क की स्थिति से विभागीय अधिकारी पूरी तरह अवगत हैं.
आधा दर्जन गांवों के लिए यहीं है एक मात्र रास्ता
यदुनाथपुर, बेल्दुरिया, जारादाग, सूअरमनवा, मटियांव, नावाडीह कला, सखवा समेत आधा दर्जन गांवों में जाने का एक मात्र सुगम रास्ता यहीं है. लेकिन सड़क टूट जाने के चलते इन गांवों के लोगों को बीमारी की हालत या कार्यालय कार्य के लिए डेहरी, सासाराम, नौहट्टा आना-जाना बंद हो गया है. यहां तक कि नदी में 10 फीट से ऊपर तेज बहाव के चलते पैदल भी आना मुश्किल हो गया है.
पथ निर्माण विभाग को है जानकारी
पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता मो. जियाउद्दीन ने बताया कि सड़क टूटने की जानकारी मिल गई है. पुन: डायवर्सन बनाने के लिए अभियंताओं का दल गया है, ताकि उत्तर प्रदेश के सीमांत क्षेत्र के गांवों से आवागमन सुचारू किया जा सके. कम से कम पैदल चलने के लिए सड़क से ऊपर जंगल की ओर डायवर्सन बनाने के लिए भी विकल्प तलाशा जा रहा है. मामले से जिला पदाधिकारी को भी अवगत करा दिया गया है.