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रोहतास : रोजगार को नया आयाम दे रहा यह युवा किसान, स्ट्रॉबेरी की खेती कर कमा रहा नाम - rohtas farming news

किसान मनोज कुमार बताते हैं कि ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से कम लागत में अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है. उन्होंने अपने एक एकड़ भूमि पर तीन लाख की लागत से स्ट्रॉबेरी की खेती की है. फसल तैयार होने के बाद तकरीबन छह लाख रुपये तक का मुनाफा होने की संभावना है.

स्ट्रॉबेरी की खेती
स्ट्रॉबेरी की खेती
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Published : May 10, 2020, 12:52 PM IST

रोहतास: एक मशहूर कहावत है 'जब हौसला बना लिया ऊंची उड़ान का, फिर देखना फिजूल है कद आसमान का.' इस कहावत को चरितार्थ जिले के किसान मनोज कुमार कर रहे हैं. वैसे तो रोहतास जिले की पहचान उन्नत किस्म की धान के पैदावार के लिए होती है. इस वजह से जिले की पहचान प्रदेश के मानचित्र पर धान के कटोरा वाले जिले को रूप में होती है. लेकिन अब इस धान के कटोरे में सासाराम प्रखंड के अकाशी गांव के रहने किसान मनोज कुमार ट्रेडिशनल खेती को छोड़कर विभिन्न तरह की स्ट्रॉबेरी उगा रहे हैं.

स्ट्रॉबेरी
स्ट्रॉबेरी

'ड्रिप और मल्चिंग के सहारे कर रहे खेती'
इसको लेकर किसान मनोज कुमार बताते है कि नौकरी मिलने में काफी परेशानी आ रही थी. इस वजह से उन्होंने अपने गांव के पैतृक जमीन पर ड्रिप इरिगेशन और मल्चिंग के सहारे स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू की. मनोज कुमार ने पहली बार स्ट्रॉबेरी की खेती कर जिले में अपनी एक अलग पहचान बना ली है. अपने खेतों में स्ट्रॉबेरी की खेती कर अन्य किसानों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन रहे हैं. कई किसान इस खेती की तकनीकी ज्ञान लेने के लिए मनोज कुमार के पास पहुंच रहे हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'कम लागत में अधिक मुनाफा'
किसान मनोज कुमार ने बताते हैं कि ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से कम लागत में अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है. उन्होंने अपने एक एकड़ भूमि पर तीन लाख की लागत से स्ट्रॉबेरी की खेती की है. फसल तैयार होने के बाद तकरीबन छह लाख रुपये तक का मुनाफा होने की संभावना है. मनोज बताते हैं कि बेमौसम बारिश के कारण खेतों स्ट्रॉबेरी के फसल को भारी नुकसान हुआ है.

स्ट्रॉबेरी की खेती
स्ट्रॉबेरी की खेती

'नगदी फसल के कारण हो रही मुनाफा'
किसान मनोज कुमार ने बताया कि नगदी फसल होने के कारण उनकी बिक्री काफी अच्छी हो रही है. वे बिहार के अलावा कई अन्य राज्यों में स्ट्रॉबेरी की सप्लाई करते हैं. उन्होंने बताया उनको इस खेती की दिलचस्पी सोशल मीडिया के कारण हुई. सोशल मीडिया पर ही उन्होंने इस खेती की तरीके भी सिखे. ड्रिप इरिगेशन खेती की वजह काफी कम लगात आ रही है और मुनाफा ज्यादा हो रहा है. गौरतलब है कि किसान मनोज कुमार के खेतों में लगे लगे स्ट्रॉबेरी की फसल देखने में जितनी खूबसूरत है. उतनी ही अधिक बाजार में उसकी मांग भी है.

स्ट्रॉबेरी की फसल
स्ट्रॉबेरी की फसल

रोहतास: एक मशहूर कहावत है 'जब हौसला बना लिया ऊंची उड़ान का, फिर देखना फिजूल है कद आसमान का.' इस कहावत को चरितार्थ जिले के किसान मनोज कुमार कर रहे हैं. वैसे तो रोहतास जिले की पहचान उन्नत किस्म की धान के पैदावार के लिए होती है. इस वजह से जिले की पहचान प्रदेश के मानचित्र पर धान के कटोरा वाले जिले को रूप में होती है. लेकिन अब इस धान के कटोरे में सासाराम प्रखंड के अकाशी गांव के रहने किसान मनोज कुमार ट्रेडिशनल खेती को छोड़कर विभिन्न तरह की स्ट्रॉबेरी उगा रहे हैं.

स्ट्रॉबेरी
स्ट्रॉबेरी

'ड्रिप और मल्चिंग के सहारे कर रहे खेती'
इसको लेकर किसान मनोज कुमार बताते है कि नौकरी मिलने में काफी परेशानी आ रही थी. इस वजह से उन्होंने अपने गांव के पैतृक जमीन पर ड्रिप इरिगेशन और मल्चिंग के सहारे स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू की. मनोज कुमार ने पहली बार स्ट्रॉबेरी की खेती कर जिले में अपनी एक अलग पहचान बना ली है. अपने खेतों में स्ट्रॉबेरी की खेती कर अन्य किसानों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन रहे हैं. कई किसान इस खेती की तकनीकी ज्ञान लेने के लिए मनोज कुमार के पास पहुंच रहे हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'कम लागत में अधिक मुनाफा'
किसान मनोज कुमार ने बताते हैं कि ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से कम लागत में अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है. उन्होंने अपने एक एकड़ भूमि पर तीन लाख की लागत से स्ट्रॉबेरी की खेती की है. फसल तैयार होने के बाद तकरीबन छह लाख रुपये तक का मुनाफा होने की संभावना है. मनोज बताते हैं कि बेमौसम बारिश के कारण खेतों स्ट्रॉबेरी के फसल को भारी नुकसान हुआ है.

स्ट्रॉबेरी की खेती
स्ट्रॉबेरी की खेती

'नगदी फसल के कारण हो रही मुनाफा'
किसान मनोज कुमार ने बताया कि नगदी फसल होने के कारण उनकी बिक्री काफी अच्छी हो रही है. वे बिहार के अलावा कई अन्य राज्यों में स्ट्रॉबेरी की सप्लाई करते हैं. उन्होंने बताया उनको इस खेती की दिलचस्पी सोशल मीडिया के कारण हुई. सोशल मीडिया पर ही उन्होंने इस खेती की तरीके भी सिखे. ड्रिप इरिगेशन खेती की वजह काफी कम लगात आ रही है और मुनाफा ज्यादा हो रहा है. गौरतलब है कि किसान मनोज कुमार के खेतों में लगे लगे स्ट्रॉबेरी की फसल देखने में जितनी खूबसूरत है. उतनी ही अधिक बाजार में उसकी मांग भी है.

स्ट्रॉबेरी की फसल
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