सासाराम: बिहार के रोहतास जिले के नोखा थाना के कठवतिया में देसी शराब की भट्टी को ध्वस्त करने पहुंचे थानाध्यक्ष राजेश कुमार की शराब माफिया से गुत्थम-गुत्थी ( Liquor Traders Scuffle With Police ) हो गई. जिसमें थानेदार की दाहिने हाथ की पसली टूट गई. जानकारी के अनुसार, देसी शराब भट्टी को ध्वस्त करने के दौरान शराब के धंधेबाज रोहित चौधरी को गिरफ्तार करने के दौरान नोखा थानाध्यक्ष को काफी मशक्कत करनी पड़ी. इस दौरान धरपकड़ में थानाध्यक्ष राजेश कुमार गिर पड़े, जिससे उनके दाहिने कंधे की पसली टूट गई.
ये भी पढ़ें- बेगूसराय में सरेआम मुखिया जी की धुनाई, शराब पीने के लिए पैसा नहीं देने पर पीटा
बताया जा रहा है कि नोखा थानाध्यक्ष राजेश कुमार को सूचना मिली थी कि कठवतिया गांव में कुछ लोग देसी शराब की भट्टी का संचालन कर रहे हैं. इस सूचना पर थानाध्यक्ष दल बल के साथ गांव में पहुंचे तथा गांव कि चारों तरफ से नाकेबंदी कर दी. इस बीच शराब के धंधेबाज भागने लगे. पुलिस ने घटनास्थल से एक सिलेंडर, शराब बनाने का उपकरण, बर्तन तथा 25 लीटर देसी महुआ शराब बरामद किया. धरपकड़ के दौरान रोहित चौधरी नामक एक युवक को पकड़ा गया. लेकिन इसी बीच थानेदार और माफिया में गुत्थम-गुत्थी होने गी. जिसमें थानेदार जमीन पर गिर पड़े और उनके दाहिने कंधे की हड्डी टूट गई.
ये भी पढ़ें- बक्सर जहरीली शराब कांड: SP बोले- केमिकल से बनाई गई थी जानलेवा दारू, CPI विधायक ने पुलिस पर उठाए सवाल
रोहतास के एसपी आशीष भारती ने बताया कि नोखा के कठवतिया गांव के लालमोहर चौधरी के पुत्र रोहित चौधरी तथा अन्य लोगों द्वारा देसी शराब बनाकर बेचने की सूचना मिली थी. इसी सूचना पर नोखा थाना की पुलिस जब गांव में पहुंची और नाकेबंदी शुरू की तो माफिया और धंधेबाजों से आमना सामना हो गया. आरोपी रोहित चौधरी को पकड़ने के क्रम में थानाध्यक्ष गिर पड़े और उनके हाथ में गंभीर चोट आई है. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी पर नोखा थाना में पहले भी दो मामले दर्ज हैं. नोखा थाना के कांड संख्या 134 / 15 तथा 29 / 22 में जिसकी पहले से तलाश थी.
ये भी पढ़ें- वैशाली का दियारा जहां बहती है शराब की नदियां, ग्राउंड जीरो से देखें शराबबंदी की हकीकत
बता दें कि 3 दिन पूर्व दरिगांव थानाध्यक्ष दिवाकर कुमार को भी अपराधियों ने गोली मार दी थी. उसके बाद फिर नोखा थानेदार भी शराब की छापेमारी के दौरान घायल हो गए. चुकी दोनों मामले में पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली है. लेकिन जिस तरह से अपराधी लगातार पुलिस को चुनौती दे रहे हैं. यह कहीं न कहीं संदेश देता है कि अपराधियों में पुलिस का खौफ कम होता जा रहा है.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP