रोहतास: बिहार में सरकारी अधिकारी इस कदर बेलगाम हो गए हैं कि वह आम लोगों को छोड़िए, जनप्रतिनिधियों को भी भाव नहीं देते हैं. कुछ ऐसा ही मामला रोहतास जिले से सामने आया है. जहां नगर परिषद क्षेत्र में सात निश्चय योजना ( Saat Nishchay Yojana ) में अनियमितता की शिकायत लेकर पहुंचे जदयू के जिला उपाध्यक्ष को ईओ ने अनसुना कर दिया. जिसके बाद जदयू नेता ने इसकी शिकायत सीएम के जनता दरबार ( Janta Darbar ) में जाकर किया.
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जानकारी के मुताबिक, जनता दल यूनाइटेड के जिला उपाध्यक्ष दीपक शर्मा डालमियानगर वार्ड नंबर 3 के सात निश्चय योजना में अनियमितता की शिकायत को लेकर नगर परिषद के ईओ कुमार रितिक से मिलने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने ईओ से शिकायत किया कि डालमियानगर वार्ड नंबर 3 में पिछले कई सालों से सात निश्चय योजना के तहत नाली गली का निर्माण करना था. जो आज तक नहीं हो पाया है. जिस वजह नाले का गंदा पानी बीच गली में बहता है. लगातार पानी बहने के कारण गली तालाब में तब्दील हो गया है.
जदयू नेता ने नप के ईओ पर आरोप लगाया कि ईओ उनकी शिकायत को न सिर्फ अनसुना कर दिया बल्कि सूबे के मुखिया के बारे में भी अनाप-शनाप बोलना शुरू कर दिया. जदयू नेता ने बताया कि ईओ ने कहा कि मुख्यमंत्री के पास कोई काम नहीं है. सिर्फ बैठे-बैठे कानून पास कर देते हैं. जिसका खामियाजा उन जैसे अफसरों को भुगतना पड़ता है. जदयू नेता ने बताया कि ईओ इतने पर भी नहीं रुके. उन्होंने कहा कि मेरे बारे में नहीं जानते हो, तुम्हारे जैसे बहुत नेता देखा है मैंने. मेरे बारे में जानना है तो उपमुख्यमंत्री से जान लेना. मेरी पहुंच ऊपर तक है.
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जदयू नेता ने कहा कि पूरे मामले को लेकर मैने मुख्यमंत्री के जनता दरबार में मिल कर न्याय की गुहार लगाई है. सूबे के मुख्यमंत्री ने न्याय दिलाने का आश्वासन देते हुए ईओ के खिलाफ जांच का जिम्मा रोहतास डीएम को दिया है. हालांकि इस सम्बंध में ईओ कुमार रितिक से जब उनके फोन पर सम्पर्क किया गया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया. वहीं इस संबंध में रोहतास के डीएम धर्मेंद्र कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच होगी.