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रोहतासः करोड़ो की लागत से बने ESIC क्वार्टर में बाहरी मजदूरों का कब्जा - ईएसआईसी क्वार्टर का हाल

ईएसआईसी अस्पताल प्रभारी नंदकिशोर प्रसाद ने बताया कि क्वार्टर में लोग अवैध रूप से रह रहे हैं. इसकी शिकायत हम लोगों ने ऊपर के अधिकारियों से की है, जल्द ही इस पर कार्रवाई की जाएगी.

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Published : Jan 16, 2020, 11:36 AM IST

रोहतासः जिला मुख्यालय के बंजारी में बना ईएसआईसी का क्वार्टर इन दिनों बदहाल अवस्था में है. वहीं इन क्वार्टरों पर लोगों ने अवैध कब्ज जमा रखा है. बता दें कि सीमेंट फैक्ट्री के नाम से मशहूर बंजारी गांव में जिले का ईएसआईसी अस्पताल बनाया गया है. जहां सरकारी और गैर सरकारी कर्मचारियों को कई तरह की सुविधाएं प्रदान कराई जाती हैं.

ईएसआईसी के कर्मचारियों के रहने के लिए अस्पताल परिसर में करोड़ो रुपये की लागत से क्वार्टर बनवाए गए थे. ताकि कर्मचारियों को इसका लाभ मिल सके. लेकिन सरकारी उदासीनता के कारण क्वार्टर जर्जर हो चला है. जर्जर हो रहे इन क्वार्टरों में आस-पास के लोगों ने अवैध कब्जा जमा रखा है. यहां बिजली और पानी की मुफ्त सुविधा है. जिसके बिल का भुगतान सरकार करती है.

पेश है रिपोर्ट

'कई सालों से रह रहे हैं लोग'
क्वार्टर में रह रहे महेश पासवान ने बताया कि वह पिछले कई सालों से इस क्वार्टर में मुफ्त में रह रहे हैं. वहीं, क्वार्टर में रहने वाले शिवपूजन पासवान ने बताया कि वह मजदूर हैं और पिछले कई सालों से इस क्वार्टर में रह रहे हैं. जब उनसे सवाल किया गया कि आखिर वह किसके परमिशन पर क्वार्टर में रह रहे हैं तो उन्होंने बताया कि वह अस्पताल कर्मचारी के परमिशन से इस क्वार्टर में अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं.

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ESIC का जर्जर क्वार्टर

'जल्द होगी कार्रवाई'
ईएसआईसी अस्पताल प्रभारी नंदकिशोर प्रसाद ने बताया कि क्वार्टर में लोग अवैध रूप से रह रहे हैं. इसलिए हम लोगों ने बिजली की सप्लाई भी काट दी है. उसके बावजूद ये लोग बिजली कर्मचारी की मिलीभगत से क्वार्टर में बिजली जला रहे हैं. लिहाजा इसकी शिकायत हम लोगों ने ऊपर के अधिकारियों से की है, जल्द ही इस पर कार्रवाई की जाएगी.

रोहतासः जिला मुख्यालय के बंजारी में बना ईएसआईसी का क्वार्टर इन दिनों बदहाल अवस्था में है. वहीं इन क्वार्टरों पर लोगों ने अवैध कब्ज जमा रखा है. बता दें कि सीमेंट फैक्ट्री के नाम से मशहूर बंजारी गांव में जिले का ईएसआईसी अस्पताल बनाया गया है. जहां सरकारी और गैर सरकारी कर्मचारियों को कई तरह की सुविधाएं प्रदान कराई जाती हैं.

ईएसआईसी के कर्मचारियों के रहने के लिए अस्पताल परिसर में करोड़ो रुपये की लागत से क्वार्टर बनवाए गए थे. ताकि कर्मचारियों को इसका लाभ मिल सके. लेकिन सरकारी उदासीनता के कारण क्वार्टर जर्जर हो चला है. जर्जर हो रहे इन क्वार्टरों में आस-पास के लोगों ने अवैध कब्जा जमा रखा है. यहां बिजली और पानी की मुफ्त सुविधा है. जिसके बिल का भुगतान सरकार करती है.

पेश है रिपोर्ट

'कई सालों से रह रहे हैं लोग'
क्वार्टर में रह रहे महेश पासवान ने बताया कि वह पिछले कई सालों से इस क्वार्टर में मुफ्त में रह रहे हैं. वहीं, क्वार्टर में रहने वाले शिवपूजन पासवान ने बताया कि वह मजदूर हैं और पिछले कई सालों से इस क्वार्टर में रह रहे हैं. जब उनसे सवाल किया गया कि आखिर वह किसके परमिशन पर क्वार्टर में रह रहे हैं तो उन्होंने बताया कि वह अस्पताल कर्मचारी के परमिशन से इस क्वार्टर में अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं.

rohtas
ESIC का जर्जर क्वार्टर

'जल्द होगी कार्रवाई'
ईएसआईसी अस्पताल प्रभारी नंदकिशोर प्रसाद ने बताया कि क्वार्टर में लोग अवैध रूप से रह रहे हैं. इसलिए हम लोगों ने बिजली की सप्लाई भी काट दी है. उसके बावजूद ये लोग बिजली कर्मचारी की मिलीभगत से क्वार्टर में बिजली जला रहे हैं. लिहाजा इसकी शिकायत हम लोगों ने ऊपर के अधिकारियों से की है, जल्द ही इस पर कार्रवाई की जाएगी.

Intro:रोहतास जिला मुख्यालय के बंजारी में बना यह ईएसआई का क्वार्टर इन दिनों बदहाल है। वही क्वार्टर पर अवैध रूप से लोगों ने अब जा भी जमा लिया है।


Body:गौरतलब है कि सीमेंट फैक्ट्री के नाम से मशहूर बंजारी गांव में जिले का ईएसआई का अस्पताल बनाया गया है. जहां सरकारी और गैर सरकारी कर्मचारियों को कई तरह की सुविधाएं प्रदान कराती है. इस ईएसआई अस्पताल परिसर में करोड़ों रुपए की लागत से सरकार ने क्वार्टर बनवाया था ताकि कर्मचारियों को इसका लाभ मिल सके. लेकिन सरकारी उदासीनता के कारण क्वार्टर बदहाल हो रहा है तो वहीं क्वार्टर पर अवैध रूप से बाहरी लोगों का कब्जा भी हो गया है. वहीं क्वार्टर में कई सालों से रह रहे लोगों ने बताया कि क्वार्टर में बिना किसी भुगतान के ही पिछले कई सालों से क्वार्टर में जिंदगी गुजार रहे हैं. जाहिर है आखिर क्वार्टर में बिजली जलती है पानी है इन सारी सुविधाओं का भुगतान कौन करता है. इसका पता ना तो ईएसआई अस्पताल के प्रभारी के पास है और ना खुद क्वार्टर में रह रहे लोगों के पास है.


VO: क्वार्टर में रह रहे महेश पासवान ने बताया कि वह पिछले कई सालों से इस क्वार्टर में मुफ्त में रह रहे हैं. वहीं बिजली के बारे में जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि बिजली का बिल अस्पताल वाले को दिया जाता है. लेकिन सवाल यह खड़ा होता है कि जहां अस्पताल प्रशासन बिजली काटने की बात करती है तो वही क्वार्टर में रह रहे लोगों का दावा है कि वह बिजली की भरपाई करते हैं.

बाइट। महेश पासवान


VO:2 वही क्वार्टर रहने वाले शिवपूजन पासवान ने बताया कि वह मजदूर है और पिछले कई सालों से इस क्वार्टर में रह रहे हैं। जब उनसे सवाल किया गया कि आखिर वह किसके के परमिशन पर क्वार्टर में रह रहे हैं तो उन्होंने बताया कि वह अस्पताल कर्मचारी के परमिशन से इस क्वार्टर में अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं।

बाइट। शिवपूजन पासवान

VO:2 वह ईएसआई अस्पताल प्रभारी नंदकिशोर प्रसाद ने बताया कि क्वार्टर में लोग अवैध रूप से रह रहे हैं। इसलिए हम लोगों ने बिजली का सप्लाई भी काट दिया है। उसके बावजूद यह लोग बिजली कर्मचारी की मिलीभगत से क्वार्टर में बिजली जला रहे हैं। लिहाजा इसकी शिकायत हम लोगों ने ऊपर किया है जल्द ही इस पर कार्रवाई की जाएगी।

बाइट। प्रभारी नंद किशोर प्रसाद


Conclusion:बहरहाल क्वाटर की स्थिति बद से बदतर है क्योंकि यहां ईएसआई कर्मचारी के अलावा कई अन्य लोग इस क्वार्टर का अवैध रूप से लाभ उठा रहे हैं। जाहिर है यह ईएसआई प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है कि करोड़ों रुपए की लागत से बने क्वार्टर बदहाल स्थिति में पहुंच गया है।
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