रोहतास: कोरोना वायरस को लेकर व्ययापार पूरी तरह से चौपट हो गया है. लॉकडाउन के कारण बिक्रमगंज के मुर्गी फर्म का भी काफी हालात खराब है. व्यपारियों का काम प्रभावित है. साथ ही घाटा का भी सौदा करना पड़ रहा है. वहीं, अंडा खराब होने से व्यपारियों का मनोबल भी टूट रहा है.
लॉकडाउन को लेकर पूरी तरह से व्ययापार ठप हो गया है. जिसमें अंडा फार्म भी काफी प्रभावित हो चुका है. बिक्रमगंज के मठिया में स्थित अंडा फार्म की हालत बेहद बदहाल स्थिति में है. 15 हजार मुर्गी वाले इस फार्म में प्रतिदिन 13 से 14 हजार अंडा निकलता है. लॉकडाउन से पहले ये व्ययापार अपनी बुलन्दी पर था. लेकिन अभी हालात काफी पतली हो गई है. जैसे-तैसे अंडे की बिक्री हो रही है. मुर्गी के राशन का दाम भी नहीं निकल रहा है. लगभग 15 लाख रुपये हर महीने खर्च होने वाले फार्म से पैसे भी नहीं आ रहे हैं. ऊपर से बैंक का लोन हर महीने 60 हजार का ईएमआई व्यपारियों पर आफत की तरह है.
सरकार जारी कर चुकी है नॉटिफिकेशन
कोरोना को लेकर मुर्गी और अंडा खाने पर खतरा होने का अफवाह फैल चुका है. भले ही सरकार की तरफ से कई तरह के नॉटिफिकेशन जारी किया गया है. लेकिन लोगों के मन से भय नहीं निकल रहा है. लिहाजा यह व्यापार पूरी तरह से चौपट होने के कगार पर है. इसको लेकर व्यवसायी काफी चिंतित हैं.
अंडा सड़कर हो रहा खराब
व्यवसायी विजय कुमार बताते हैं कि आज इस काम में जितना खर्च डेली हो रहा है. उतनी आमदनी नहीं है. हर दिन एक मुर्गी पर 3.5 रुपये का खर्च आता है. ऊपर से बैंक का लोन की परेसानी है. उन्होंने कहा कि अंडा सड़कर अलग ही खराब हो रहा है.