ETV Bharat / state

Last Rites Of Ramdhani Singh: पैतृक गांव पहुंचा पूर्व मंत्री रामधनी सिंह का पार्थिव शरीर, आज होगा राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

पूर्व मंत्री रामधनी सिंह का निधन (Former Minister Ramdhani Singh Passed Away) कल पटना में हो गया है. उनका पार्थिक शरीर रोहतास के उनके पैतृक गांव लाया गया है. जहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जा रहा है. आगे पढ़ें पूरी खबर...

पूर्व मंत्री रामधनी सिंह का निधन
पूर्व मंत्री रामधनी सिंह का निधन
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Oct 18, 2023, 12:04 PM IST

पूर्व मंत्री रामधनी सिंह का अंतिम संस्कार

रोहतास: बिहार सरकार के पूर्व मंत्री रामधनी सिंह का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव करगहर पहुंच गया है. बता दें कि रामधनी सिंह का कल पटना के एक अस्पताल में निधन हो गया था. इसके बाद सरकार ने राजकीय सम्मान के साथ उनके अंतिम संस्कार की घोषणा की है. दअरसल कल देर शाम रामधनी सिंह का पार्थिव शरीर करगहर पहुंचा तो सैकड़ो की संख्या में लोग उनके दर्शन के लिए पहुंच गए.

पढ़ें-पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने किया था उद्घाटन, अब तक नहीं शुरू हो सका मरीजों का इलाज

श्रवण कुमार ने दी श्रद्धांजलि: बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार भी पहुंचे तथा पूर्व मंत्री को भावभीनी श्रद्धांजलि दी. बता दें कि आज उनके पैतृक गांव करगहर के देव खैरा में दोपहर में उनके शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा. वहीं रामधारी सिंह बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री थे और कई बार दिनारा तथा करगहर के विधायक भी रह चुके थे.

सभी नेताओं ने जताया शोक: रामधनी सिंह के निधन पर सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित विभिन्न दलों के नेताओं ने शोक जताया है उनके निधन से राजनीति गलियारे में शोक की लहर है. श्रवण कुमार ने कहा कि रामधनी सिंह जी अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले थे. साथ ही इलाके के विकास के लिए भी लगातार प्रयत्नशील रहे. पार्टी में कार्यकर्ताओं से उनका मधुर संबंध रहा. उन्होंने इलाके तथा आसपास के क्षेत्र के लिए काफी कुछ किया है, आने वाले समय में भी रामधनी सिंह को लोग याद करेंगे.

"रामधनी सिंह जमीनी नेता थे, जिन लोगों ने उनके साथ काम किया उन्होंने उन लोगों के कभी नहीं छोड़ा. वो इलाके के विकास के लिए भी लगातार प्रयत्नशील रहे. लोग उन्हें हमेशा लोग याद करेंगे."-श्रवण कुमार, मंत्री, बिहार सरकार

शिक्षक से बने नेता: गौरतलब हो कि रामधनी सिंह ने अपना करियर एक शिक्षक के रुप मे शुरू किया था. जिसके बाद उन्होंने शिक्षक के पद से इस्तीफा दे कर राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी. दिनारा विधानसभा से निर्दलीय पहली बार चुनाव लड़ा लेकिन जीत नहीं सके. जिसके बाद जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़े और दिनारा से विधायक बने. वहीं बाद में करगहर से जेडीयू के टिकट पर फिर जीत हासिल की और स्वास्थ्य मंत्री बनें.

पूर्व मंत्री रामधनी सिंह का अंतिम संस्कार

रोहतास: बिहार सरकार के पूर्व मंत्री रामधनी सिंह का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव करगहर पहुंच गया है. बता दें कि रामधनी सिंह का कल पटना के एक अस्पताल में निधन हो गया था. इसके बाद सरकार ने राजकीय सम्मान के साथ उनके अंतिम संस्कार की घोषणा की है. दअरसल कल देर शाम रामधनी सिंह का पार्थिव शरीर करगहर पहुंचा तो सैकड़ो की संख्या में लोग उनके दर्शन के लिए पहुंच गए.

पढ़ें-पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने किया था उद्घाटन, अब तक नहीं शुरू हो सका मरीजों का इलाज

श्रवण कुमार ने दी श्रद्धांजलि: बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार भी पहुंचे तथा पूर्व मंत्री को भावभीनी श्रद्धांजलि दी. बता दें कि आज उनके पैतृक गांव करगहर के देव खैरा में दोपहर में उनके शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा. वहीं रामधारी सिंह बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री थे और कई बार दिनारा तथा करगहर के विधायक भी रह चुके थे.

सभी नेताओं ने जताया शोक: रामधनी सिंह के निधन पर सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित विभिन्न दलों के नेताओं ने शोक जताया है उनके निधन से राजनीति गलियारे में शोक की लहर है. श्रवण कुमार ने कहा कि रामधनी सिंह जी अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले थे. साथ ही इलाके के विकास के लिए भी लगातार प्रयत्नशील रहे. पार्टी में कार्यकर्ताओं से उनका मधुर संबंध रहा. उन्होंने इलाके तथा आसपास के क्षेत्र के लिए काफी कुछ किया है, आने वाले समय में भी रामधनी सिंह को लोग याद करेंगे.

"रामधनी सिंह जमीनी नेता थे, जिन लोगों ने उनके साथ काम किया उन्होंने उन लोगों के कभी नहीं छोड़ा. वो इलाके के विकास के लिए भी लगातार प्रयत्नशील रहे. लोग उन्हें हमेशा लोग याद करेंगे."-श्रवण कुमार, मंत्री, बिहार सरकार

शिक्षक से बने नेता: गौरतलब हो कि रामधनी सिंह ने अपना करियर एक शिक्षक के रुप मे शुरू किया था. जिसके बाद उन्होंने शिक्षक के पद से इस्तीफा दे कर राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी. दिनारा विधानसभा से निर्दलीय पहली बार चुनाव लड़ा लेकिन जीत नहीं सके. जिसके बाद जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़े और दिनारा से विधायक बने. वहीं बाद में करगहर से जेडीयू के टिकट पर फिर जीत हासिल की और स्वास्थ्य मंत्री बनें.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.