रोहतास: जिले में पुलिस कप्तान सत्यवीर सिंह के स्थानांतरण को लेकर रोहतास पुलिस परिवार की तरफ से विदाई समारोह आयोजित किया गया. इस मौके पर पुलिस प्रशासन और न्यायिक अधिकारियों के अलावा काफी संख्या में सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक संगठनों से जुड़े लोग मौजूद थे.
'पुलिस की नौकरी को जॉब समझने वाला होता है दुखी'
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों को बुके देकर सम्मानित करने के उपरांत पुलिस कप्तान सत्यवीर सिंह के संबोधन से हुआ. वहीं अपने विदाई समारोह को संबोधित करते हुए निवर्तमान एसपी सत्यवीर सिंह ने कहा कि उन्होंने हमेशा सेवा के रूप में अपने कार्यों को किया है. यही कारण कि पुलिस की नौकरी को जॉब समझने वाला दुखी हो जाता है.
पुलिस कप्तान सत्यवीर सिंह द्वारा कही गई बातें.
- 'हमारा उद्देश्य विधि व्यवस्था के संधारण का होना चाहिए. हम सेवा में जब सिविल सेवा से पुलिस की नौकरी का कंपेयर करते हैं और इसे जॉब समझ लेते हैं, तब परेशानी होती है. पुलिस को कानून में जो प्राथमिकता दी है, वह दूसरे के पास नहीं है. हम कहीं फेल होते हैं, तभी पब्लिक बोलती है. इसे दिल पर लेने की जरूरत नहीं है. अच्छा करने पर वही शाबाशी भी देते हैं. पब्लिक अपना काम और सुरक्षा चाहती है'.
- वह बिहार में जनवरी 2010 से हैं. उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए मेहनत करनी होती है. जिले के लोगों ने काफी प्यार मोहब्बत दिया है. अपने सहकर्मियों को कई मौकों पर मैंने कभी बनावटी तो कभी सच में इसलिए डांटा है कि वह कुछ अच्छा करके वर्दी की शान को ऊंचा बनाएंगे.
- बिहार में काम करने में कहीं इंटरफेरेंस नहीं है. यहां निष्पक्षता और कठोरता से काम करना होगा. उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए मेहनत जरूरी है. जहां अपने अंदर अक्षमता होगी तब दबाव महसूस होगा. पब्लिक का हमेशा सहयोग मिलता है.