रोहतास: कोरोना महामारी जैसे आपदा में भी कुछ लोग अपनी जेब गर्म करने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं. ऐसा ही एक मामले का बड़ा खुलासा हुआ है जिसे आप भी सुनकर हैरत में पड़ जाएँगे. दरसल जिले के डेहरी में फर्जी ई-पास बनाने वाले एक गिरोह का एसडीएम व एएसपी की टीम ने भांडाफोड़ किया है. इस मामले में 5 जालसाज को गिरफ्तार भी किया गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि ई-पास बनाने में जिले के पूर्व डीएम का फर्जी हस्ताक्षर का इस्तेमाल किया जाता था.
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फर्जी हस्ताक्षर के इस्तेमाल से बनाता था ई-पास
डेहरी के एसडीएम सुनील कुमार ने बताया कि उन्हें अपने सूत्रों से जानकारी मिली कि इलाके में कुछ लोग फर्जी तरीके से डीएम, एसडीएम व इंसिडेंट कमांडेंट का हस्ताक्षर युक्त फर्जी पास निर्गत कर अवैध धंधा कर रहें हैं. इसी सूचना पर एसडीएम ने सिविल ड्रेस में अपने बॉडीगार्ड को भेजकर खुद अपनी सरकारी गाड़ी का ही दो हजार रुपये देकर धंधेबाज़ों से फर्जी पास बनवाया और जैसे ही ई पास उनके हाथ लगा तो उन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
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पांच लोगों को किया गया गिरफ्तार
बताया कि इस रैकेट में शामिल सुभाष नगर से 2 और डेहरी के थाने चौक स्थित एक दुकान से 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही उनके लैपटॉप को जब्त कर दुकान को सील कर दिया गया है. गिरफ्तार धंधेबाजों में सुभाष नगर का दीपक कुमार, विनोद कुमार और डेहरी बाजार का हिमांशु कुमार, अभिषेक कुमार व विष्णु गुप्ता शामिल है.