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रोहतास: 60 फीसदी पशुओं में इयर टैगिंग का काम पूरा - रोहतास में पशुओं का इयर टैगिंग

दावथ और सूर्यपुरा प्रखंड में पशुओं का इयर टैगिंग का काम 60 प्रतिशत ही पूरा हुआ है. इसकी जानकारी पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने दी. उन्होंने कहा कि सभी पशुओं का ईयर टैगिंग करना अनिवार्य है. इस कार्यक्रम में हर पशुपालकों को सहयोग करना चाहिए.

Ear tagging of animals is in final stages in Rohtas
Ear tagging of animals is in final stages in Rohtas
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Published : Jan 13, 2021, 5:39 PM IST

रोहतास: जिले के दावथ और सूर्यपुरा प्रखंड के सभी पशुओं का इयर टैगिंग अब अंतिम दौर में चल रहा है. हालांकि टैगिंग का कार्य 60 प्रतिशत ही पूरा हो पाया है. इसकी जानकारी पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने दी है.

डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि सभी पशुओं का ईयर टैगिंग करना अनिवार्य है. इस कार्यक्रम में हर पशुपालकों को सहयोग करना चाहिए. यह मवेशियों की पहचान है. इसका डेटाबेस तैयार होने से यदि आपकी पशु कहीं खो जाती है, तो उसे आसानी पूर्वक खोजने में सहायता होगी.

पशुओं का होगा नि: शुल्क इलाज
इसके अलावा डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि टैगिंग की वजह से पशुओं को विभाग की ओर दिए जाने वाले सभी टीके नि:शुल्क दिए जाएंगे. खुरहा, गला घोंटू और लंगडी बुखार सहित अन्य प्रकार के रोगों का उपचार नि:शुल्क किया जाएगा.

Ear tagging of animals is in final stages in Rohtas
इयर टैगिंग करते कार्यकर्ता

15 जनवरी तक लक्ष्य पूरा करने का निर्देश
बता दें कि पशुओं के इयर टैगिंग का कार्यक्रम बीते जुलाई माह से चल रहा है. जो आगामी 15 जनवरी तक चलेगा. 15 जनवरी तक विभाग के निर्देशानुसार शत प्रतिशत लक्ष्य को पूरा कर लेना है. इसके लिए निजी क्षेत्र के ग्रामीण कार्यकर्ताओं को लगाया गया है.

रोहतास: जिले के दावथ और सूर्यपुरा प्रखंड के सभी पशुओं का इयर टैगिंग अब अंतिम दौर में चल रहा है. हालांकि टैगिंग का कार्य 60 प्रतिशत ही पूरा हो पाया है. इसकी जानकारी पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने दी है.

डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि सभी पशुओं का ईयर टैगिंग करना अनिवार्य है. इस कार्यक्रम में हर पशुपालकों को सहयोग करना चाहिए. यह मवेशियों की पहचान है. इसका डेटाबेस तैयार होने से यदि आपकी पशु कहीं खो जाती है, तो उसे आसानी पूर्वक खोजने में सहायता होगी.

पशुओं का होगा नि: शुल्क इलाज
इसके अलावा डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि टैगिंग की वजह से पशुओं को विभाग की ओर दिए जाने वाले सभी टीके नि:शुल्क दिए जाएंगे. खुरहा, गला घोंटू और लंगडी बुखार सहित अन्य प्रकार के रोगों का उपचार नि:शुल्क किया जाएगा.

Ear tagging of animals is in final stages in Rohtas
इयर टैगिंग करते कार्यकर्ता

15 जनवरी तक लक्ष्य पूरा करने का निर्देश
बता दें कि पशुओं के इयर टैगिंग का कार्यक्रम बीते जुलाई माह से चल रहा है. जो आगामी 15 जनवरी तक चलेगा. 15 जनवरी तक विभाग के निर्देशानुसार शत प्रतिशत लक्ष्य को पूरा कर लेना है. इसके लिए निजी क्षेत्र के ग्रामीण कार्यकर्ताओं को लगाया गया है.

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