रोहतास: कचरा उठाने में कोताही बरतने वाले सफाई कर्मियों पर रोहतास जिले के डेहरी डालमियानगर नगर परिषद ने अब शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. दअरसल क्षेत्र में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए नगर परिषद अब घरों में बारकोड लगाएगी. वहीं सफाई कार्य से जुड़े कर्मियों को बार कोड में स्कैन करने के लिए हैंड होल्ड डिवाइस या स्मार्टफोन दिया जायेगा.
कचरा उठाव के लिए लगेगा शुल्क: जिसके बाद उस डिवाइस से स्कैन करने के बाद इसकी जानकारी नियंत्रण कक्ष को भेजेगा, जिससे ये पता चल सकेगा कि कितने बजे, कितने कचरे का उठाव किया गया है. इसको लेकर सशक्त स्थाई समिति के सदस्य रवि शेखर की मानें तो यह भी निर्णय लिया गया है कि होल्डिंग धारकों से प्रतिमाह 30 रुपए वसूल की जाएगी.
नप की बैठक में लिया गया निर्णय: बता दें कि मंगलवार को नगर परिषद के बोर्ड की साधारण बैठक मुख्य पार्षद शशि कुमारी की अध्यक्षता में संपन्न हुई थी. इस बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए. बताया कि इलिगेसी वेस्ट कचरा शंकरपुर में करीब 3.5 लाख टन इकट्ठा है, जिसको डिस्पोज किया जायेगा. उसका पृथिक्करण कैटेगरीज वाइज होगा. खाद्द बनाने के साथ ही उसके कैटेगरी के मुताबिक डिस्पोज किया जायेगा, जिसमें दो से ढाई वर्ष लगेंगे.
मछली मार्केट की बंदोबस्ती फिलहाल रद्द नहीं: वहीं इसको लेकर कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि शहर के डेहरी बाजार में स्थित मछली मार्केट की बंदोबस्ती फिलहाल रद्द नहीं की जाएगी. खुली डाक करने से पहले यह निर्णय लिया गया है कि विभाग से आवश्यक मार्गदर्शन प्राप्त कर लिया जाए. अगले बजट प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान इसका प्रारूप बनाने एवं जनता के बीच सुझाव सलाह लेने का निर्णय लिया गया है.
सुझाव के बाद निर्णय: पार्षद अपने वार्डों में सभा करेंगे एवं जनता से सुझाव संग्रह करते हुए रखेंगे फिर बजट को अंतिम रूप दिया जाएगा. बताया कि वर्ष 2021 में छठ पर्व पर खर्च हुई करीब 24 लाख रुपए की राशि का भुगतान करने का निर्णय लिया गया है. बताया कि आदर्श घाट बनाया गया था, जिसका मामला न्यायालय में चल रहा था.
"बैठक में पार्षदों ने पिछले 27 अक्टूबर को सशक्त स्थाई समिति की बैठक में लिए गए निर्णय को संपुष्ट किया है. जहां व्यावसायिक प्रतिष्ठान हैं और वहां से जो कचरा निकलेगा उसके मात्रा के हिसाब से उठाव की राशि वसूल की जाएगी. शून्य वेस्ट प्लांट शंकरपुर में लगेगा, जिस पर करीब 5-6 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. इस कार्य को इसी वर्ष के अंत तक करने का प्रयास है."- रवि शेखर, सशक्त स्थाई समिति सदस्य