रोहतास: बिहार के रोहतास में आज भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने पुलिसिया दमन का आरोप लगाया है. कैमूर जिला के नुऑव थाना अंतर्गत कुढनी में महादलित पर्चाधारियों के साथ मारपीट और महादलित पर्चााधारी कुढनी निवासी संतोष मांझी को गोली मारकर हत्या के विरोध में शुक्रवार को शाहाबाद डीआइजी पहुंचे. जहां सैकड़ों की संख्या में महिला व पुरुष माले कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की.
CPI माले का प्रदर्शन:दंडाधिकारी व पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकार्यों को आईटीआई मोड़ के समीप रोक दिया. तत्पश्चात प्रदर्शनकारियों ने पुलिस-प्रशासन होश में आओ, संतोष मांझी के हत्यारों को फांसी दो. पुलिस-सामंती गठजोड़ बंद करो, जैसे आक्रोषपूर्ण नारा लगाते हुए आईटीआई के समीप धरना पर बैठ गए. कार्यकता राजेंद्र राम माले ने कहा कि "पूरे बिहार में आज पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मनमानी व अफसरशाही राज कायम हो गया है. पुलिस और प्रशासन के कई बड़े अधिकारी और सरकार के बड़े मंत्री जो सामंती मानसिकता के हैं." उनकी दोस्ती सामंत भू-माफिया दबंग के साथ हैं और उनके हर गलत कार्यों में पुलिस प्रशासन खुलेआम मदद पहुंचा रही है.
भू माफिया का अवैध कब्जा: उन्होंने कहा कि दलितों को पर्चा की भूमि से बेदखलकर बड़े भू माफिया का अवैध कब्जा के खिलाफ कोई कार्रवाई मुख्यमंत्री दरबार से लेकर जिला स्तर के तमाम अधिकारी द्वारा नहीं किया जा रहा है. बल्कि उल्टे जहां पर्चाधारियों अपने पर्चा व बंदोबस्त भूमि पर खेती करने व मकान बनाने की प्रयास कर रहे हैं. वहां पर पुलिस और दबंगों द्वारा पर्चाधारियों पर मुकदमा लाद कर जेल भेजने तथा पिटाई व हत्या कर दी जा रही है. जिसका जीवित उदाहरण कैमूर जिला के कुढनी गांव के मुसहर परिवार संतोष माझी को गोली मारकर हत्या कर दी गई.
आरोपी को करें गिरफ्तार नहीं तो होगा आंदोलन: उन्होंने कहा कि पुलिस मुख्य आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करें. वहीं माले नेताओं ने कहा कि पुलिस संतोष मांझी के हत्या में संलिप्त मुख्य आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करे अन्यथा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे.
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