रोहतास: प्रखंड के पांचों पंचायत में लाखों रुपये की लागत से निर्मित सामुदायिक शौचालय आज तक बंद पड़ा हुआ है. सामुदायिक शौचालय जिस उद्देश्य से बना है, उसका लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है. यहां तक कि प्रखंड मुख्यालय के पास बना शौचालय भी चालू नहीं किए जाने से बेकार पड़ा है. जिससे कार्यालय में अपने काम को लेकर आने वाले ग्रामीणों को शौच के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
सामुदायिक शौचालय का निर्माण
बता दें कि सूर्यपुरा प्रखंड को लगभग चार वर्ष पूर्व ओडीएफ घोषित किया जा चुका है. सरकार द्वारा चलाया गया लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान को शत फीसद सफल बनाने के लिए गांव और शहरों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है. प्रखंड के पांचों पंचायत में लगभग तीन लाख रुपये की लागत से सामुदायिक स्वच्छता परिसर के नाम से शौचालय का निर्माण करवाया गया है. इनमें प्रखंड कार्यालय परिसर से सटे मुख्य गेट के बगल में सूर्यपुरा पंचायतवासियों के साथ ही प्रखंड कार्यालय में ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले लोगों के लिए सामुदायिक शौचालय का निर्माण किया गया है.
"प्रखंड कार्यालय के पास लाखों रुपये की लागत से निर्मित सामुदायिक शौचालय शोभा की वस्तु बनकर रह गयी है. कार्य पूरा होने के बाद भी चालू क्यों नहीं किया जा रहा है, यह लोगों की समझ से परे है"- अशोक कुमार, ग्रामीण
"प्रखंड के सभी पंचायत में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत सामुदायिक स्वच्छता परिसर के नाम से सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया जा चुका है. जिन्हें कुछ कार्य शेष रह जाने के कारण अभी तक हस्तगत नहीं किया जा सका है. इस माह के अंत तक कार्य पूर्ण हो जाने के बाद सभी शौचालय को संबंधित पंचायतों के मुखिया को हस्तगत कर दिया जाएगा"- पवन कुमार ठाकुर, बीडीओ
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तीन महीने पहले हुआ कार्य
तीन माह पूर्व ही कार्य पूरा भी कर लिया गया है. रंग-रोगन के साथ ही चापाकल और टंकी आदि का कार्य पूरा होने के बाद भी आज तक उस में ताला लगा हुआ है. जिसके कारण स्थानीय पंचायतवासियों को आवश्यक कार्य के लिए प्रखंड कार्यालय और मुख्य बाजार में आने-जाने के समय बेवक्त खुले में शौच करना पड़ता है.